बरेली: ओडीएफ पर कलंक- खेत में शौच गए छात्र की करंट से मौत

अमृत विचार, बरेली। घर में शौचालय न होने की वजह से खेत पर शौच के लिए गया सातवीं के छात्र की करंट लगने से मौत हो गई। छात्र की मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के लोगों ने …
अमृत विचार, बरेली। घर में शौचालय न होने की वजह से खेत पर शौच के लिए गया सातवीं के छात्र की करंट लगने से मौत हो गई। छात्र की मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के लोगों ने खेत मालिक के खिलाफ कैंट थाने में प्रार्थन पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
कैंट थाना क्षेत्र के क्यारा गांव निवासी गंगादीन खेती किसानी करते हैं। उनका 18 वर्षीय बेटा रविन्द्र गांव के ही स्कूल में कक्षा सात का छात्र था। शनिवार की सुबह वह घर से शौच करने के लिए जंगल में गया था। आरोप है कि गांव के ही रहने वाले अनेकपाल ने अपने गन्ने के खेत में चारों तरफ तार खींचकर उसमें करंट दौड़ा दिया था। रविन्द्र ने जैसे ही तार को पकड़कर अंदर जाने का प्रयास किया तो वह करंट की चपेट में आ गया। करंट लगने से छात्र की मौके पर ही मौत हो गई।
कुछ देर बाद उसकी भाभी रामकली खेत पर शौच करने के लिए गई तो उसे घटना की जानकारी हुई। देवर का करंट लगने की सूचना उसने परिवार को जाकर दी। उसके बाद घर के अन्य लोग आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर जाकर देखा जब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिवार के लोगों ने सूचना देकर पुलिस को भी मौके पर बुला लिया। वहीं, खेत मालिक की लापरवाही की वजह से बेटे की मौत होने का आरोप लगाकर पुलिस को मामले की तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद शव को पोस्टामार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं, छात्र की मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
कागजों में ओडीएफ गांव, शौचालय न होने से चली गई जान
गांवों को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से शासन की ओर से भले ही करोड़ों रुपये खर्च कर लोगों को शौचालय का लाभ दिया जा रहा हो, लेकिन जिले में तमाम ऐसे गांव हैं, जहां शौचालय अधूरे हैं या फिर कइयों को लाभ ही नहीं मिला। कागजों में खेल कर जिले को ओडीएफ तो घोषित कर दिया गया है, लेकिन निचले स्तर पर घालमेल के इस खेल के चलते अधिकांश लोगों के हाथ से लोटा नहीं छूट पा रहा है। उदाहरण के तौर पर कैंट क्षेत्र के क्यारा गांव को ही लिया जा सकता है। यहां तमाम लोगों को कागजों में शौचालय का लाभ दिया गया है लेकिन हकीकत में लोग खुले में ही शौच को जा रहे हैं मगर अधिकारी बेफिक्र बने हैं।
चार भाइयों में सबसे छोटो था रविंद्र
रविन्द्र गांव के ही एक स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र था, परिवार ने बताया कि वह पढ़ने में होनहार था। वह सरकारी नौकरी में जाकर देश की सेवा करना चाह रहा था। मगर सरकारी सिस्टम की लापरवाही से उसकी जान चली गई। वह चार भाइयों मे सबसे छोटा था। वहीं पांच बहनों के बीच अकेला भाई था। हादसे के बाद मां लौंगश्री का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना की जानकारी है। परिवार वालों ने खेत मालिक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। -धर्मेन्द्र सिंह, इंस्पेक्टर कैंट