शाहजहांपुर : खनन के पानी भरे गड्ढे में मिला युवक का शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
सिर और पीठ में मिले चोट के निशान, शव उठाने को लेकर पुलिस और परिजनों में नोकझोंक

कलान, अमृत विचार। युवक का शव संदिग्ध हालात में खनन करने से हुए गड्ढे में पड़ा मिला। उसके शरीर और पीठ पर चोट के निशान थे और शरीर से खून निकल रहा था। जिसके चलते हत्या की आशंका जताई जा रही है। युवक सोमवार देर रात खनन क्षेत्र में गया था और संदिग्ध हालात में उसका शव मिला। पुलिस ने शव को उठाकर पोस्टमार्टम को भेजने का प्रयास किया तो पुलिस व परिजनों में नोकझोंक हो गई।
सोमवार की रात परौर मार्ग पर विवादित जमीन पर जेसीबी से खनन किया जा रहा था। गांव अब्दुल्लानगर मिल्किया निवासी मुकेश यादव(45) भी वहां काम करने गया। रात में ही संदिग्ध हालात में उसका शव पानी से भरे एक खनन किए गड्ढे में मिला। सूचना पर पहुंचे सिपाही वाशु व मनोज ने शव को बाहर निकाला। मंगलवार सुबह इसकी जानकारी होने पर परिजन मौके पर इकट्ठा हो गए। किसी ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए हंगामा किया। आरोप लगाया कि हत्या करके शव को गड्ढे में फेंक दिया गया ताकि हत्या को हादसा दिखाया जा सके। यही वजह है कि मुकेश के सिर और पीठ में चोट के निशान थे। जबकि आरोपी पक्ष ने कहा कि मुकेश मजदूरी कर रहा था। वह ट्रॉली से मिट्टी उतार रहा था कि इसी बीच ट्रॉली को खाली करने के दौरान मिट्टी उसके ऊपर गिर गई और वह गड्ढे में जाकर गिर गया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने काफी देर तक जांच-पड़ताल की। इसी बीच पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए शव को उठाने का प्रयास किया। जिस पर परिजनों ने आपत्ति की।
परिजन चाहते थे कि पहले बातचीत किसी नतीजे पर पहुंच जाए, उसके बाद शव को उठाया। शव उठाने को लेकर परिजन और मुकेश के परिजनों में नोकझोंक भी हुई। इसी बीच गांव के तमाम लोग मौके पर पहुंच गए और भारी भीड़ लग गई। हालांकि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पत्नी सुनीता, बेटी रुचि और बेटे शिवम व शोभित का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने खनन करने वाली जेसीबी को कब्जे में ले लिया है और ट्रैक्टरों की तलाश जारी है। मौके पर सीओ अमित चौरसिया व फॉरेंसिक टीम सहित कलान और मिर्जापुर थाने की पुलिस मौजूद रही।
खनन बंद होता तो नहीं जाती जान
अगर पुलिस ने सूचना पर खनन बंद करा दिया होता तो शायद मुकेश की जान बच जाती। इस घटना के लिए लोग पुलिस को दोषी ठहरा रहे हैं। सोमवार रात परौर मार्ग के किनारे अरिल पुल के पास एक जमीन पर जेसीबी से खनन कर मिट्टी डाली जा रही थी। खनन होने की सूचना पुलिस को लोगों ने दी, लेकिन पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया और खनन होता रहा। खनन के चक्कर में मुकेश यादव निवासी मिलिकया की जान चली गई। मुकेश की लाश खनन के एक बड़े गड्ढे में मिली। अब सवाल यह उठता है कि मुकेश की लाश पानी में कैसे पहुंची? शरीर में चोट के निशान भी सवाल छोड़ रहे हैं। परिवार वाले हत्या की आंशका जता रहे हैं। पुलिस घटना को दुर्घटना बता रही है, लेकिन घटना का कारण साफ नहीं हो पा रहा है। घटना की गुत्थी अभी उलझी हुई है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मिट्टी डालते समय ट्रॉली पानी में पलट गई। ट्राली पलटने से युवक पानी में गिर गया, जिस कारण यह घटना हुई। - प्रभाष चंद, थाना प्रभारी
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