पुनर्वास विश्वविद्यालय में छात्रों का धरना, मिड सेमेस्टर और सेमेस्टर परीक्षा साथ कराने को लेकर भड़ते छात्र
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लखनऊ, अमृत विचार: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार तीसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। छात्रों ने विश्वविद्यालय के दोनों दरवाजों पर तालाबंदी कर दिया है। मिड सेमेस्टर की परीक्षा को सेमेस्टर की परीक्षा के साथ कराने को लेकर छात्र आंदोलित हैं। छात्रों का कहना है कि लगातार मांग करने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी जायज मांगों को तत्काल स्वीकार करें और नोटिस जारी कर दे अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा।
पुनर्वास विश्विद्यालय में छात्र मिड सेमेस्टर की परीक्षा को सेमेस्टर परीक्षा के साथ ही कराने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। शुक्रवार को छात्रों ने रजिस्ट्रार व कुलसचिव के समक्ष अपनी मांगे रखी थी कि मिड सेमेस्टर में भी राइटर को पैसे देने की सुविधा दी जाए। परीक्षा को स्थगित करके 16 अप्रैल के बाद किया जाए। छात्रों की मांग नहीं माने जाने के बाद मंगलवार को छात्रों ने गेट पर तालाबंदी करके मिड सेमेस्टर परीक्षा का बहिष्कार किया। पूरे दिन धरना देने के बाद रात 10 बजे नोटिस जारी किया गया था जिसमें मिड सेमेस्टर में भी लेखक को पैसे देने और जो छात्र चाहे तो मिड सेमेस्टर अभी दे या सेमेस्टर परीक्षा के साथ दे। अब छात्रों का कहना है कि हमारी मांगों को विश्वविद्यालय प्रशासने आधा अधूरा स्वीकार किया है। सभी के लिए एक साथ परीक्षा कराए जाने को लेकर छात्रों का धरना जारी है। छात्रों का कहना है कि यदि कुछ छात्र पहले और कुछ छात्र बाद में परीक्षा देंगे तो शिक्षक उनके साथ बदले की भावना के साथ व्यवहार करेंगे इसलिए सभी की एकसाथ परीक्षा कराई जाए।
शिक्षकों को भी नहीं घुसने दिया
विश्विद्यालय के दोनों गेट पर छात्रों ने तालाबंदी कर दी है। इस दौरान जो शिक्षक बाहर से आए और विश्वविद्यालय में प्रवेश करना चाहते थे उनको भी छात्रों ने घंटों तक प्रवेश नहीं दिया। छात्रों का कहना है कि जब तक प्रशासन मिड और सेमेस्टर परीक्षा एक साथ कराने की मांग नहीं मान लेगा तब तक छात्रों का धरना जारी रहेगा।
छात्र की पिटाई से छात्रों में आया उबाल
आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान बीएड के एक छात्र शारदा को शिक्षक द्वारा पिटाई किए जाने के बाद छात्रों का गुस्सा बढ़ गया। छात्रों ने बताया कि विजय शंकर शिक्षक ने छात्र के सीने में मुक्का मारा। जिसके बाद वह गिर पड़ा। आनन-फानन में छात्र को एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल भिजवाया गया। शिक्षक द्वारा छात्र की पिटाई की खबर सुनने के बाद छात्रों का गुस्सा बढ़ गया।
श्रवणबधित छात्रों के लेखक को मानदेय की मांग
जो छात्र दोनों हाथ से विकलांग हैं या अपने हाथों से खुद परीक्षा लिखने में सक्षम नहीं हैं उनके लेखक को भी पैसे दिए जाने की मांग छात्र कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने कई बार यह मांग रख चुके हैं लेकिन खोखला आश्वासन ही मिलता है। अस्थि विकलांग छात्रों ने कहा कि हमारे ऊपर लेखक का आर्थिक बोझ आ जाता है। एक पेपर लिखवाने के लिए तीन सौ रूपए से पांच सौ रुपए तक देने पड़ते हैं लेकिन विश्वविद्यालय सिर्फ दृष्टिबाधित छात्रों के लेखक को ही पैसे देता है।
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