निचले स्तर पर लिवाली से सेंसेक्स ने लगाई 740 अंक की छलांग, निफ्टी में 10 दिन की गिरावट पर विराम

मुंबई। स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को जोरदार तेजी आई और दोनों मानक सूचकांक लंबी छलांग लगा गए। बीएसई सेंसेक्स जहां 740 अंक चढ़ गया, वहीं एनएसई निफ्टी में 10 दिन से जारी गिरावट पर विराम लगा। निचले स्तर पर बिजली और अन्य शेयरों में लिवाली से बाजार में रौनक लौटी। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 740.30 अंक यानी 1.01 प्रतशित चढ़कर 73,730.23 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 943.87 अंक तक चढ़ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 254.65 अंक यानी 1.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,337.30 अंक पर बंद हुआ। इसके साथ, निफ्टी में 10 कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर विराम लगा। कारोबार के दौरान यह 312.25 अंक तक चढ़ गया था। छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा बीएसई समॉलकैप सूचकांक 2.80 प्रतिशत चढ़ा जबकि मझोली कंपनियों का बीएसई मिडकैप सूचकांक 2.66 प्रतिशत के लाभ में रहा।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,97,247.7 करोड़ रुपये बढ़कर 3,93,04,041.75 करोड़ रुपये पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक में प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक और जोमैटो के शेयर नुकसान में रहे।
मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में मजबूत संकेतों के साथ घरेलू सूचकांकों में तेजी आई। इसका कारण यह संकेत है कि वैश्विक व्यापार तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन कुछ शुल्क दरों को वापस ले सकता है। इससे धारणा मजबूत हुई।’’
तापसे ने कहा कि इसके अलावा, फरवरी पीएमआई सूचकांक में वृद्धि जैसे स्थानीय कारकों ने भी बाजारों धारणा को मजबूती दी। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग में सुधार के कारण फरवरी में भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में तेज वृद्धि देखी गई। इसके चलते उत्पादन में तेजी से विस्तार हुआ और रोजगार में पर्याप्त वृद्धि हुई।
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सेवा पीएमआई व्यापार गतिविधि सूचकांक जनवरी के 26 महीने के निचले स्तर 56.5 से बढ़कर फरवरी में 59.0 हो गया। यह तेज विस्तार को दर्शाता है। क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से अधिक अंक से विस्तार का संकेत मिलता है, जबकि 50 से नीचे का अंक गिरावट को दर्शाता है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारत समेत उभरते बाजारों में तेजी देखी गई। इसे कमजोर अमेरिकी डॉलर से समर्थन मिला। मेक्सिको, कनाडा और चीन पर अमेरिकी शुल्क लगाए जाने और जवाबी कार्रवाई के खतरे के बावजूद यह तेजी आई है।’’ नायर ने कहा, ‘‘जारी व्यापार युद्ध के दीर्घकालिक परिणाम अनिश्चित बने हुए हैं। निकट भविष्य में अमेरिका में मुद्रास्फीति बढ़ने से प्रमुख ब्याज दर में कटौती की संभावना कम हो सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू स्तर पर, वाहन, धातु और आईटी जैसे क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर लिवाली देखी गई। इसका कारण मूल्यांकन के निचले स्तर पर आना है।
हालांकि, वैश्विक व्यापार तनाव और उनके संभावित दीर्घकालिक आर्थिक प्रभावों के बीच इस सुधार की स्थिरता अनिश्चित बनी हुई है।’’ एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में दोपहर कारोबार में तेजी का रुख था। वॉल स्ट्रीट मंगलवार को नुकसान में रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत घटकर 70.69 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,405.82 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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