Indian Railway: मेला स्पेशल-रिंग रेल थमीं, दौड़ीं नियमित ट्रेनें, महाकुंभ से बचे श्रद्धालुओं का वापस पहुंचने का सिलसिला जारी... 

दिल्ली और बुंदेलखंड रूट पर मेमू रैक से रवाना हुए श्रद्धालु

Indian Railway: मेला स्पेशल-रिंग रेल थमीं, दौड़ीं नियमित ट्रेनें, महाकुंभ से बचे श्रद्धालुओं का वापस पहुंचने का सिलसिला जारी... 

कानपुर, अमृत विचार। सवा माह से पटरियों पर दौड़ रहीं महाकुंभ स्पेशल-रिंग रेल गुरुवार सुबह से थम गईं। नियमित ट्रेनों ने रफ्तार पकड़ीं। महाकुंभ से गुरुवार सुबह 10 बजे तक 12 ट्रेनों से श्रद्धालुओं ने वापसी की। उसके बाद से स्पेशल व रिंग रेल स्टेशनों पर नहीं आई। दिनभर नियमित ट्रेनों से बचे श्रद्धालु अपने गतव्य को रवाना हुए। 

महाकुंभ के दौरान सेंट्रल व गोविंदपुरी स्टेशन से प्रतिदिन करीब 50 मेला स्पेशल, रिंग रेल चलाई गई। जरूरत पर स्पेशल रैक भी प्रयागराज के लिए रवाना हुई। इसके अलावा प्रतिदिन विभिन्न रूटों से आईं 100 से अधिक महाकुंभ स्पेशल सेंट्रल व गोविंदपुरी स्टेशनों से होकर गुजरीं। महाशिवरात्रि पर आखिरी अमृत स्नान के बाद गुरुवार सुबह 10 बजे के बाद मेला स्पेशल ट्रेनें सेंट्रल से नहीं चलीं। सिर्फ सेंट्रल पर मौजूद श्रद्धालुओं को मेमू रैक चलाकर विभिन्न रूटों पर गतव्य के लिए रवाना किया गया।

डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह ने बताया कि सेंट्रल से करीब 435 स्पेशल ट्रेनें प्रतिदिन दौड़ी हैं। जिसमें सेंट्रल से चलीं स्पेशल भी शमिल हैं। करोड़ों श्रद्धालुओं ने इन ट्रेनों से अपना धार्मिक सफर पूरा किया। भीड़ और स्पेशल ट्रेनों के थमते ही गुरुवार सुबह से नियमित ट्रेनों ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार को सेंट्रल स्टेशन पर नजारा बदला था। सामान्य स्थिति रही। भारी भरकम सुरक्षा व्यवस्था गायब दिखी।

सवा माह से खचाखच भरे प्लेटफार्म 2 से 6 तक सभी पर नियमित सफर करने वाले ही दिखे। ट्रेन आई और यात्री सवार हुए। हालांकि बचे श्रद्धालुओं की वापसी अभी भी हो रही है, इसलिए हर प्लेटफार्म पर आरपीएफ और जीआरपी के 4-5 सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। स्टेशन अधीक्षक अवधेश द्विवेदी ने बताया कि अब महाकुंभ से वापसी करने वाले नियमित ट्रेनों से आसानी से सफर कर रहे हैं।

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