बहराइच: ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव को बचाने की लगाई गुहार, कहा- नहीं उठाए गए ठोस कदम तो हो जाएंगे तबाह

खैरीघाट/बहराइच, अमृत विचार। यूपी के बहराइच जिले के शिवपुर विकास खंड के ग्रामीणों ने बाढ़ के पानी और कटान से गांवों को बचाने के लिए जिला प्रशासन और शासन से गुहार लगाई है। इसके लिए सभी ने सरयू नदी के तट पर खड़े होकर धरना प्रदर्शन किया।
शिवपुर ब्लाक क्षेत्र के परागी बेली, झुण्डी, गड़रियनपुरवा और ग्राम पंचायत चौकसाहार के ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। सरयू नदी के किनारे स्थित यह गांव प्रति वर्ष बाढ़ की चपेट में आता है, जिससे लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है।
ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि यदि समय रहते जरूरी ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो इस साल की बाढ़ में पूरा गांव तबाह हो सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि 2024 की बाढ़ में करीब 45 घर जलमग्न हो गए थे और नदी गांव तक लोगो के घरों आ गई है।
सरयू की धारा अब पूर्व स्थित घरों के बिल्कुल करीब बह रही है, जिससे कटान का खतरा बढ़ गया है। पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल बाढ़ के दौरान अधिकारी और जनप्रतिनिधि आश्वासन देने तो आए थे, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
बहराइच-बाढ़ से गांवों को बचाने के लिए जिला प्रशासन से गुहार
— Amrit Vichar (@AmritVichar) February 28, 2025
सभी ने सरयू नदी के तट पर किया धरना प्रदर्शन
बाढ़ और कटान में प्रतिवर्ष होता है नुकसान
अधिकारियों पर कार्यवाही न करने का आरोप
2024 की बाढ़ में जलमग्न हो गए थे करीब 45 घर #Bahraich | #Video | #UttarPradesh pic.twitter.com/0Qxx1F4S9r
गांव निवासी बजरंगी अवस्थी, राकेश कुमार, हंसराज, श्यामबिहारी, नंदराम, रामलाल, नारायण, परशुराम, अंकित, मनोज, योगेश, राजू समेत सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन कर प्रशासन से अपील की है कि इस साल बारिश से पहले गांव की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
इस मामले में जिला पंचायत सदस्य राम गोपाल ने बताया कि उन्होंने गांव की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को पत्र लिखा था और बोर्ड की बैठक में भी यह मुद्दा उठाया था। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
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