KGMU: सस्ती दवा लेनी है तो यहां नहीं मेरे साथ चलो... केजीएमयू के एचआरएफ सेंटर पर दलालों का मकड़जाल, ऐसे बनाते हैं निशाना...

KGMU: सस्ती दवा लेनी है तो यहां नहीं मेरे साथ चलो... केजीएमयू के एचआरएफ सेंटर पर दलालों का मकड़जाल, ऐसे बनाते हैं निशाना...

पंकज द्विवेदी/लखनऊ, अमृत विचार। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में निजी मेडिकल स्टोर्स के दलाल फिर से सक्रिय हो गए हैं। ये हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) काउंटर के पास हर समय झुंड लगाकर खड़े रहते हैं। तीमारदारों काे एचआरएफ से सस्ती दवाएं दिलाने का झांसा देकर जाल में फंसाते हैं।

इन दलालों के द्वारा नकली दवाएं तक बेचे जाने की आशंका जताई जा चुकी है। तीमारदारों की शिकायत पर अमृत विचार की टीम ने कई दिनों तक लारी कार्डियोलॉजी के एचआरएफ काउंटर पर नजर रखी। सामने आया कि दलाल लारी के सुरक्षा गार्ड और स्टाफ से भी यह घुले-मिले रहते हैं। रिपोर्टर ने दलाल से बातचीत की वीडियो रिकार्डिंग के अलावा कई तस्वीरें भी मोबाइल कैमरे में कैद की हैं।

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ऐसे बनाते हैं निशाना

एक मरीज का पर्चा लेकर रिपोर्टर दवा लेने के लिए एचआरएफ काउंटर की लाइन में लग जाता है। पर्चे पर कुल 6 प्रकार की दवाएं लिखी थीं। एक दलाल लाइन में लगे रिपोर्टर के पास आकर सस्ती दवाएं दिलाने का झांसा देता है। कहता है, यहां नहीं आगे चलिए। न मानने पर दलाल ने कहा अच्छा जो दवा न मिले वह हम 30 प्रतिशत छूट पर दे देंगे। पर्चे पर लिखीं 6 में 2 दवाएं नहीं मिलीं। इस दौरान दलाल पास ही खड़ा रहा। दवा का पेमेंट करते समय रिपोर्टर के पास 100 रुपये कम पड़ गए। वह रकम दलाल ने स्वयं दे दी। बाद में रिपोर्टर से अपने साथी के स्कैनर पर रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए।

दलाल और रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत के अंश

दलाल : पर्चे पर लिखी सभी दवाएं मिल गईं?
रिपोर्टर : दो दवाएं नहीं मिली।
दलाल : पर्चा दिखाओ कौन सी नहीं मिली
रिपोर्टर : पर्चा दिखाते हुए ये तीसरे और छठे नंबर की दवा नहीं मिली।
दलाल : यह दवाएं यदि दो-दो पत्ते लेंगे तो 30 प्रतिशत छूट पर दिला देंगे।
रिपोर्टर : अभी तो ये दोनों दवाएं हमारे पास पहले से हैं बाद में आपसे ही लेंगे।
दलाल : ठीक है, मेरा नंबर लिख लीजिए
रिपोर्टर : नंबर लिखते हुए नाम पूछा
दलाल : अफजल

एक अन्य तीमारदार को बाइक से लेकर गया

एक अन्य तीमारदार को भी कुछ दवाएं एचआरएफ काउंटर से नहीं मिलीं। दलाल ने उसे सस्ते में दवा दिलाने का झांसा दिया। झांसे में आने के बाद दलाल उसे बाइक से लेकर गया और दवाएं दिलाई।

प्रिंट रेट में खेल का देते हैं झांसा

केजीएमयू प्रशासन एचआरएफ में दवाओं के प्रिंट रेट से 30 से 70 फीसदी तक छूट पर दवाएं उपलब्ध कराने का दावा करता है। वहीं, निजी मेडिकल स्टोर के दलाल परिजनों को झांसा देते समय दावा करते हैं कि एचआरएफ में दवाओं पर मनमुताबिक प्रिंट रेट डलवाए जाते हैं, जबकि वही दवाएं बाजार में सस्ती दर पर उपलब्ध हैं।

नकली दवा बेचने की आशंका

दलाल एचआरएफ से भी सस्ती दवाएं दिलाने का झांसा देते हैं। इस पर एचआरएफ के चेयरमैन डॉ. शांतनु जैन का कहना है कि एचआरएफ से सस्ती दवाएं नहीं मिल सकती हैं। यदि दलाल ऐसा दावा करके दवा दिला रहे हैं तो दवा नकली होने की आशंका है। तीमारदारों और मरीजों को सतर्कता बरतनी चाहिए।

खानापूरी के लिए चस्पा है नोटिस

लारी कार्डियोलॉजी के एचआरएफ काउंटर के पास विभागाध्यक्ष की ओर से एक नोटिस चस्पा है। जिसमें निजी मेडिकल स्टोर के दलालों के प्रवेश पर रोक और पकड़े जाने पर कार्रवाई के निर्देश हैं। ताजुब की बात यह है कि यहीं पर सारा दिन दलाल सक्रिय रहते हैं। ओपीडी के समय सुरक्षा गार्डों की भी यहां ड्यूटी रहती है।

लॉरी में इलाज के लिए पूरे देश से मरीज आते हैं। यहां से मिलने वाली दवाओं पर उनका विश्वास रहता है। निजी मेडिकल स्टोर के दलाल सक्रिय हैं, इसकी जांच कराई जाएगी। एचओडी से भी बात होगी। सुरक्षा गार्डों को भी सख्त हिदायत दी जाएगी। कोई भी दलाल परिसर में पकड़ा जाएगा तो कार्रवाई सुनिश्चित होगी... डॉ. शांतनु जैन,चेयरमैन, एचआरएफ, केजीएमयू।

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