कल्कि देव तीर्थ समिति गठित : संभल को पर्यटन नगरी बनाने की कवायद, पतंजलि के साथ ओएमयू साइन

पतंजलि विश्वविद्यालय और रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ ओएमयू साइन, संभल के इतिहास लेखन व अन्य विषयों में सहयोगी रहेगा पतंजलि

कल्कि देव तीर्थ समिति गठित : संभल को पर्यटन नगरी बनाने की कवायद, पतंजलि के साथ ओएमयू साइन

संभल में साइन किया गया ओएमयू दिखाते डीएम राजेंद्र पैंसिया व पतंजलि की डा. लक्ष्मी।

संभल, अमृत विचार। एतिहासिक नगरी संभल को पर्यटन नगरी बनाने के लिए प्रशासन ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। संभल कल्कि देव तीर्थ समिति की स्थापना कर संभल के पर्यटन व तीर्थाटन विकास की कवायद शुरू की है। समिति की पहली बैठक में पतंजलि विश्वविद्यालय और पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ ओएमयू साइन किया गया है। 

संभल के 68 प्राचीन तीर्थ व 19 कूपों को तलाश कर उनकी सूरत संवारने की प्रशासनिक मुहिम के बीच शनिवार शाम को संभल के तहसील सभागार में जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में  बैठक हुई।  बैठक में  संभल कल्कि देव तीर्थ समिति की स्थापना की गई। समिति के आठ मूल सदस्यों के बाद शहर के कुछ गणमान्य नागरिकों व संतों को भी समिति का सदस्य बनाया गया।

जिलाधिकारी ने बताया कि समिति स्थापना का मुख्य उद्देश्य संभल के  सभी 87 देव तीर्थ और पांच महा तीर्थों को साथ लेकर एक योजना और रणनीति बनाना है। ताकि संभल की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पर्यावरणीय महत्व की धरोहरों का संरक्षण किया जा सके और संभल को पर्यटन और तीर्थाटन के मानचित्र पर स्थापित किया जा सके।

जिलाधिकारी ने बताया कि आज की बैठक में  पतंजलि विश्वविद्यालय और पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ ओएमयू साइन हुआ है। फिलहाल इतिहास लेखन को लेकर पतंजलि का सहयोग रहेगा भविष्य में और भी किसी विषय पर उनके सहयोग की आवश्यकता होगी तो हम लेंगे। आज आरंभिक बैठक में सभी सदस्यों से विचार लिए गए और किस तरह से भविष्य में रणनीति तय करनी है और किस तरह से संभल का वैभव वापस लाना है इसे लेकर मंथन किया गया। 

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