Kannauj हादसा: कुछ कूदे तो कुछ ने सरिया पकड़कर बचाई जान...प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई हादसे की कहानी अपनी जुबानी
कन्नौज, अमृत विचार। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कन्नौज रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन भवन की तीसरी मंजिल का लिंटर ढहने की वजह शटरिंग की बल्ली का टूटकर गिरना बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि पहले शटरिंग की एक बल्ली खिसकी जब तक उसे संभाला जाता तब तक दूसरी बल्ली सरक गयी और लिंटर भर भराकर गिर पड़ा।
लिंटर डाले जाने के लिये मसाला मिक्सर मशीन पर खड़ा महेश कुमार बताता है कि वह सरायमीरा में अपनी बहन के यहां रहकर स्टेशन पर निर्माणाधीन भवन के लिये मजदूरी करता है। शनिवार सुबह से ही भवन की तीसरी मंजिल पर लिंटर डालने का काम चल रहा था। वह मिक्सर मशीन पर खड़ा था और एक ठिलिया मसाला बनकर तैयार हो चुका था। अचानक तेज आवाज हुई और लिंटर जमीन पर आ गया।
एक बारगी तो वह समझ नहीं पाया कि आखिर हुआ क्या? जब चीख पुकार मची तब उसे समझ आया। इतना बताते बताते वह फफकने लगता है। वह कहता है कि उसके साथ बिहार व कन्नौज ब्लाक के गांव चौराचांदपुर के तमाम लोग भी मजदूरी करते हैं। उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। किसी अनहोनी की आशंका से वह सिहर उठता है और अपना सिर पकड़ कर बैठ जाता है।
रेलवे स्टेशन के वेंडर सर्वेश कुमार बताते हैं कि दोपहर बाद 2.26 बजे 19410 साबरमती एक्सप्रेस के आने का समय था। इससे पहले करीब 2.20 बजे तेज आवाज हुई और स्टेशन पर चीखपुकार के साथ स्टेशन पर खड़े यात्रियों में भगदड़ मच गई। वह भी अपनी ठिलिया छोड़कर आवाज की दिशा में गया तो देखता है कि परिसर में बन रहे नये भवन का लिंटर गिर गया है।
वह बताते हैं कि तेज आवाज के साथ ही स्टेशन के बाहर खड़े आटो वाले व तमाम वेंडर सहित आसपास के लोग मदद के लिये दौड़ पड़े। उन लोगों ने ऑटो से कुछ घायलों को अस्पताल भी पहुंचाया। वह बताता है कि शटरिंग की बल्ली टूटकर गिरने से हादसा हुआ।
हाजीगंज निवासी मोईन निर्माण स्थल पर मसाला मिक्सर मशीन (फ्यूरी) चला रहा है। जहां लिंटर डाला जा रहा था उसकी दूसरी ओर वह मसाला तैयार कर रहा था। उसी समय वह देखता है कि लगाई गयी शटरिंग की एक बल्ली हट गयी। जब तक उसे सही किया जाता तब तक दूसरी बल्ली खिसकने लगी और देखते देखते शटरिंग हट गयी और लिंटर गिर गया।
गांव खुसटिया निवासी अनुराग सिंह फर्रुखाबाद जाने के लिये ट्रेन का इंतजार कर रहा था। वह बताता है कि तेज आवाज व चीख पुकार सुन वह भी दौड़ पड़ा तो देखता है कि बन रहे भवन का लिंटर गिर गया है। ठेकेदार गली निवासी राकेश बताता है कि वह मोहल्ले के ही कुछ लोगों के साथ घर के बाहर बैठा था। तेज आवाज सुन वह स्टेशन की और दौड़ पड़ा। मजदूरों के दबे होने के चलते वह लोग भी बचाव कार्य में जुट गये।
कुछ कूदे तो कुछ सरिया पाकर लटके और बच गए
निर्माणाधीन भवन का लिंटर पड़ते समय अचानक हादसा हुआ तो कुछ मजदूर ऊपर थे तो उन्होंने कूदकर जान तो बचा ली लेकिन चुटहिल हो गए। यह जानकारी प्रत्यक्षदर्शियों ने दी। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ मजदूर जो दूसरी मंजिल की स्लैब पर थे वे हादसे के समय किसी तरह से सरिया पकड़कर लटक गए और बच गए।
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