तिरुपति भगदड़ मामले में आंध्र सरकार का बड़ा ऐलान, मृतकों के परिजनों को देगी 25 लाख का मुआवजा
तिरुपति। आंध्र प्रदेश सरकार ने गुरुवार को वैकुंठ एकादशी के लिए तिरुपति में मुफ्त दर्शन टोकन वितरित करने के लिए निर्धारित केंद्रों पर हुई भगदड़ में मारे गये लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। राज्य के राजस्व मंत्री अनागनी सत्य प्रसाद ने अपने कैबिनेट सहयोगियों वांगलापुडी अनिता (गृह), अनम रामनारायण रेड्डी (एंडोमेंट्स), निम्मला राम नायडू (सिंचाई) और के. पार्थसारथी (आईएंडपीआर) के साथ एसवीआईएमएस अस्पताल का दौरा किया और सरकार की ओर से अनुग्रह राशि की घोषणा की।
नारायणवनम तहसीलदार द्वारा की गई भगदड़ की शिकायत के आधार पर, तिरुपति पूर्व पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 194 के तहत मामला दर्ज किया गया है। तिरुपति में बुधवार रात हुए दर्दनाक हादसे में पांच महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। मृतकों में विशाखापत्तनम की तीन महिलाएं, नरसरावपेट, तमिलनाडु और केरल की एक-एक महिला शामिल हैं। यह घटना तब हुई, जब तिरुमला हिल्स पर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए काउंटर खुलते ही सैकड़ों भक्त अपना टिकट लेने के लिए दौड़ पड़े।
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष बीआर नायडू ने कहा कि पुलिस उपायुक्त ने द्वार खोले और श्रद्धालु दौड़ पड़े, जिससे भगदड़ मच गई। गौरतलब है कि 10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए देश भर से लाखों भक्त आते हैं। गृह मंत्री अनीता ने घोषणा की कि अधिकारी भगदड़ से संबंधित साजिश की संभावना की जांच कर रहे हैं, और इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है। मंत्री अनम राम नारायण रेड्डी ने पुष्टि की कि मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम होने के बाद उनके मूल स्थानों पर ले जाया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यहां सरकारी रुइया अस्पताल और स्विम्स अस्पताल में भर्ती घायल श्रद्धालुओं के लिए सर्वोत्तम संभव इलाज सुनिश्चित करने के प्रयास चल रहे हैं। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के मृतक परिवारों को सांत्वना देने और यहां के सरकारी अस्पतालों का दौरा करने के लिए शीघ्र ही तिरुपति पहुंचने की उम्मीद है, जहां घायल श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है।