कानपुर में कारोबारी घराने में संपत्ति का विवाद, तीन पर FIR: 500 शेयर ट्रांसफर करने व निदेशक पद से इस्तीफा के बाद बढ़ा विवाद
ग्वालटोली थानाक्षेत्र के एलनगंज का मामला, पुलिस कर रही जांच
कानपुर, अमृत विचार। ग्वालटोली थानाक्षेत्र में रहने वाले कारोबारी घराने में संपत्ति का विवाद सामने आया है। जहां छोटे भाई ने बड़े भाई को पांच करोड़ रुपये और एक तिहाई प्रापर्टी देने की धमकी दी। इस पर पीड़ित कारोबारी ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ग्वालटोली के एलनगंज निवासी अशोक कुमार गर्ग ने दर्ज एफआईआर में बताया कि उनके दो भाई हेमंत और संदीप गर्ग हैं। बताया कि पिता जुगुल किशोर गर्ग कपड़े के थोक कारोबारी थे। उनके पास कई कंपनियों की एजेंसी थी। इसके अलावा श्री कोल्ड स्टोरेज के साथ कई प्राइवेट कंपनियां भी थीं। बताया कि इसमें परिवार व अन्य लोग भी हिस्सेदार थे। बताया कि पिता के समय से वह कारोबार संभालने लगे थे।
भाई हेमंत की कारोबार में रुचि न होने के कारण पिता ने उन्हें विदेश में शिक्षा प्राप्त कराई व भारत वापस आने पर मुंबई में ज्वैलरी का कारोबार करा दिया था। पीड़ित कारोबारी ने रिपोर्ट में बताया कि पिता का मुंबई में फर्स्ट फ्लोर पर चार बीएचके का एक फ्लैट था।
इसमें आधे भाग के वो खुद स्वामी थे। बताया कि उन्होंने हेमंत से कहा था कि मुंबई में व्यापार स्थापित होने के बाद फिर वह इटावा स्थित कोल्ड स्टोरेज जिसमें उसकी पत्नी भारती आठ हजार पांच सौ शेयर की मालकिन थी वो सारे शेयर उन्हें उपहार के तौर पर दे दे और वहां भारती निदेशक पद से इस्तीफा दे दे।
कारोबारी ने रिपोर्ट में बताया कि हेमंत की पत्नी भारती गर्ग वर्ष 2001 में जब शहर आईं थी तब कर्मचारी सूरज भान, ओम प्रकाश त्रिवेदी, प्रेम अवस्थी व राजकुमार शुक्ला के सामने त्यागपत्र दिया था। बताया कि इस्तीफा देने के बाद भी शेयर ट्रांसफर नहीं किए। आरोप लगाया कि जब वो मुंबई अपने स्वामित्व वाले हिस्से में फ्लैट में रुकने के लिए पहुंचे तो भाई हेमंत और भारती ने उन्हें फ्लैट में घुसने नहीं दिया। जब उन्होंने शेयर ट्रांसफर की बात कही तो दोनों ने कहा कर्मचारी श्यामू दस्तावेज कानपुर में पहुंचा देगा।
वर्ष 2017 में भाई हेमंत गर्ग ने शेयर ट्रांसफर के दस्तावेज दिए और कहा फ्लैट पर मत आइएगा। कारोबारी ने रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2021 में पिता जुगुल किशोर का निधन होने के बाद उनके जीवन काल में चार वसीयतें की थी। इन वसीयतों में बांटे गए भाग के कारण तीनों भाइयों में मनमुटाव हो गया था।
बताया कि हेमंत ने धमकी दी थी कि मुकदमा वो मुंबई में लगाएगा। वहीं लड़ना होगा जिससे अशोक का कारोबार बंद हो जाएगा। उसने कहा कि वसीयत से कुछ नहीं होगा। हिस्से में पांच करोड़ और संपतियों में एक तिहाई हिस्सा चाहिए। आरोप लगाया कि जो शेयर ट्रांसफर के दस्तावेज दिए उसे अपने हस्ताक्षर फर्जी होने का दावा करेंगी। जेल जाने तक की धमकी दी गई।
इस संबंध में ग्वालटोली इंस्पेक्टर पीड़ित अशोक गर्ग की तहरीर पर हेमंत गर्ग, भारती गर्ग, कर्मचारी श्यामू के खिलाफ धोखाधड़ी, जबरदस्ती वसूली समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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