मेयर का टिकट मिला मतीन को, चुनाव लड़ेंगे शुएब
- सपा प्रदेश प्रभारी अपने साथ बेटे का भी खरीद लिया था नामांकन पत्र - बनभूलपुरा में बदले राजनीतिक समीकरण से प्रभावित होगी हार-जीत
हल्द्वानी, अमृत विचार : समाजवादी पार्टी से मेयर का टिकट तो मतीन को मिला, लेकिन नामांकन से पहले आखिरी रात बीतने तक घटनाक्रम तेजी से बदल गया। दोपहर मतीन ने अपने हिस्से की सीट पर शुएब अहमद को काबिज करा दिया और दलबल के साथ वह शुएब का नामांकन कराने एसडीएम कोर्ट पहुंच गए।
सपा से मेयर का टिकट तो मतीन सिद्दीकी लाए थे, लेकिन चुनाव शुएब अहमद को लड़ाया जा रहा है। सोमवार को बदले राजनीतिक घटनाक्रम में नामांकन के अंतिम दिन जब ये कयास लगाए जा रहे थे कि मतीन सिद्दीकी अपना नामांकन कराएंगे तभी अचानक से राजनीति ने नया मोड़ ले लिया और मतीन सिद्दीकी, शुएब अहमद के कार्यालय पहुंच गए। यहां दोनों नेताओं में गठबंधन हुआ और मतीन ने शुएब अहमद की उम्मीदवारी का ऐलान कर उन्हें सपा का उम्मीदवार घोषित किया। दोनों नेताओं के समर्थक आपस में मिले।
इसके बाद शुएब अहमद, मतीन सिद्दीकी के लाइन नम्बर 17 स्थित कार्यालय पहुंचे और यहां से ढोल-नगाड़ों के साथ दोनों नेता नामांकन के लिए रवाना हुए। ऐन मौके पर इस राजनीतिक 'दोस्ती' ने शहर की सियासी फिजा को बदल दिया है। शुएब अहमद और मतीन सिद्दीकी का एक साथ आना मेयर के इस चुनाव में नए सियासी समीकरण को बल देता दिख रहा है।
हल्द्वानी नगर निगम में वोटों के गणित के लिहाज से मुस्लिमों की बड़ी आबादी है। बनभूलपुरा की राजनीति में पैठ रखने वाले इन दोनों नेताओं का हाथ मिलाना चुनाव पर असर डालेगा। वोटों का समीकरण एक बार फिर से चर्चा के केन्द्र में आकर खड़ा हो गया है। दिलचस्प पहलू यह है कि इन दोनों का हाथ मिलाना 'हाथ' के लिए कितना नुकसान दायक साबित होगा। शुएब अहमद का यह दूसरा मेयर का चुनाव है। 2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव भी वे लड़ चुके हैं।