पीलीभीत : सीसीटीवी में तीनों आतंकियों के साथ एक और.., बाइक से भी पहुंचा एक मददगार
पूरनपुर, अमृत विचार। होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की गहनता से पुलिस ने छानबीन की है। जिसमें एक नया खुलासा हुआ है। दरअसल, होटल में आते वक्त मुठभेड़ में ढेर तीनों खालिस्तानी आतंकियों के साथ चौथा साथी भी दिखाई दे रहा है। अब उसके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
बता दें कि पंजाब के गुरदासपुर जनपद की पुलिस चौकी बख्शीवाल में तीनों आतंकियों ने 18 दिसंबर को हैंडग्रेनेड फेंककर हमला किया था। इसके बाद उनकी 23 दिसंबर को पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में मुठभेड़ हुई थी। अब तक की जांच के बाद अंदेशा जताया जा रहा है कि तीनों आतंकी 19 दिसबंर को पंजाब से चले होंगे और 20 दिसंबर को पूरनपुर आ गए। पुलिस ने जब होटल की सीसीटीवी फुटेज चेक की तो मारे गए आतंकियों के अलावा भी किसी के होने के कयास सही साबित हुए। सीसीटीवी फुटेज में तीन की जगह चार लोग दिख रहे हैं। फुटेज में होटल में तीन आंतकियों के साथ चौथा संदिग्ध भी अंदर जाता हुआ दिखाई दिया। उसका पहनावा और उम्र के अलावा चाल ढाल तीनों आंतकियों से मिलती जुलती है। पुलिस आंतकियों के साथ होटल में घुस रहे चौथे संदिग्ध की पहचान करने में जुट गई है।
..तो बाइक सवार लोकल का तो नहीं
सीसीटीवी फुटेज में चौथे संदिग्ध के दिखाई देने के बाद अब पुलिस गहनता से पड़ताल कर रही है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब से तीन के बजाय चार आतंकी तो पूरनपुर नहीं पहुंचे थे। तीन के मुठभेड़ में ढेर होने के बाद से चौथा संदिग्ध गायब है। इसके अलावा पांचवा व्यक्ति बाइक लेकर उनके आगे से होटल तक पहुंचा। माना जा रहा है कि बाइक पर सवार व्यक्ति स्थानीय होगा, जोकि चारों को होटल तक ले गया। पुलिस अब चौथे संदिग्ध और पांचवे बाइक सवार के बारे में पता लगा रही है। इसके अलावा भी तो और मददगार नहीं है। इसको लेकर भी पड़ताल तेज कर दी गई है।
मुठभेड़ में ढेर आतंकियों ने लगाई बलिया की फर्जी आईडी
पूरनपुर, अमृत विचार: मुठभेड़ में ढेर हुए तीनों खालिस्तानी आतंकी पूरी प्लानिंग के तहत पूरनपुर पहुंचे थे। जांच के दौरान अब एक-एक कर परतें खुलती जा रही हैं। बुधवार को चली जांच पड़ताल में पुलिस उनके ठहरने वाले होटल तक पहुंच चुकी है। जिसके बाद अब कई और क्लू भी मिल गए।
जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि होटल हरजी में घुसते ही मैनेजर ने उनसे पहचान पत्र के रुप में कोई आईडी मांगी। इस पर तीनों आतंकियों ने अपनी असली पहचान छिपाई। कुछ देर रुकने के बाद उन्होंने फोन पर अज्ञात व्यक्ति से बात की। उसके बाद उस व्यक्ति से होटल मैनेजर के नंबर पर तीन आधार कार्ड मंगवा लिए। तीनों ने मैनेजर को अपने सही नाम न बताकर व्हाटसएप पर मंगााए गए आधार कार्ड के नाम बताए। पुलिस ने होटल से आधार कार्ड कब्जे में लेकर जांच कराई तो वह फर्जी निकले। तीनों आंतकियों ने होटल में करीब 25 घंटे बिताए। पुलिस के मुताबिक तीनों आंतकी 20 दिसंबर को सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर होटल में पहुंचे। इसके बाद 25 घंटे ठहरे और 21 दिसबंर को होटल से निकल गए। 23 दिसंबर की सुबह उनकी पुलिस से हरदोई ब्रांच नहर पर पुलिस से मुठभेड़ हो गई थी।
वीरेंद्र बना कुलदीप, जसप्रीत को बना दिया हीरा सिंह
फर्जी आईडी में मारे गए आतंकी वीरेंद्र ने अपना नाम कुलदीप सिंह पुत्र बलजीत सिंह, दूसरे जसनप्रीत सिह ने अपना नाम हीरा सिंह पुत्र दलजीत सिंह और तीसरे आतंकी गुरविंदर ने अपना फर्जी नाम मंजीत पुत्र सुरजीत निवासी आदर्श नगर जनपद बलिया बताया था।
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