बिल्लियां इंसानों से ज्यादा सेंसिटिव, अपनी बिल्ली को ऐसे रखें खुश, ये पांच टिप्स करें फॉलो

बिल्लियां इंसानों से ज्यादा सेंसिटिव, अपनी बिल्ली को ऐसे रखें खुश, ये पांच टिप्स करें फॉलो

सिडनी, अमृत विचारः ऑस्ट्रेलिया के करीब एक तिहाई घरों में कम से कम एक बिल्ली मौजूद है और कई सर्वेक्षण कहते हैं कि घरों में पलने वाली इन बिल्लियों की जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं। बिल्लियां भले ही इंटरनेट पर छाई रहती हों, लेकिन मनुष्य अक्सर उनके बर्ताव को लेकर भ्रमित रहते हैं।

इस वर्ष की शुरुआत में वाशिंगटन पोस्ट ने घोषित किया था कि बिल्लियां पागल नहीं होती बल्कि उनके गलत समझा जाता है। इसके बाद शोध की शुरुआत हुई, जिसमें सामने आया कि जैसा कि लोग पुराने जमाने में मानते थे उसके विपरीत बिल्लियां असामाजिक नहीं होतीं। बिल्लियां मनुष्यों के साथ घनिष्ठ संबंध बना सकती हैं और बनाती भी हैं। जितना अधिक हम बिल्लियों के बारे में जानना शुरू करते हैं, उतना ही हमें यह अहसास होता है कि उनका व्यक्तित्व अद्वितीय होता है और उनकी प्राथमिकताएं भले ही जटिल हों लेकिन वे सीखने में सक्षम होती हैं। अपनी बिल्ली की बोली को समझने से लेकर उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए विज्ञान-समर्थित कु‍छ सुझाव दिए गए हैं, जो आपकी बिल्ली के जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। 

शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान दें

बिल्लियां अपनी शारीरिक प्रतिक्रिया और आवाज के जरिए मनुष्यों से संवाद करती हैं। बिल्लियां हालांकि इंसानों की ओर देखकर म्याऊं करती हैं और संदर्भ के आधार पर उनका यह म्याऊं-म्याऊं अलग होता है लेकिन इंसान उन्हें समझने में माहिर नहीं होते। लेकिन हम बिल्लियों की शारीरिक प्रतिक्रियाओं को पढ़ सकते हैं। उदाहरण के लिए बिल्ली का धीरे-धीरे पलक झपकाना सकारात्मक भावनात्मक स्थिति का संकेत देता है। जो बिल्लियां खुश नहीं होती हैं (उदाहरण के लिए, जिन्हें मनुष्यों का स्पर्श पसंद नहीं होता) वे रुक जाती हैं, दूर चली जाती हैं, अपने कान चपटा कर लेती हैं, फुफकारती हैं, या अगर उन्हें लगता है कि उनके पास कोई और विकल्प नहीं है तो वे खरोंचती हैं या काटती भी हैं। 

एक स्वस्थ माहौल मुहैया कराएं

‘अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फेलिन प्रैक्टिशनर्स एंट इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ फेलिन मेडिसिन’ ने बिल्ली के स्वस्थ माहौल के कुछ बिंदु सुझाए हैं: एक सुरक्षित स्थान ताकि बिल्लियां डरने पर पीछे हट सकें। कई, अलग-अलग मुख्य संसाधन (भोजन, पानी पीने, शौच क्षेत्र, ऐसी जगह जहां वह खेल सकें, आराम कर सकें या फिर सो सकें) ताकि बिल्लियां आराम से अपनी दैनिक गतिविधिया कर सकें। उन्हें खेलने और शिकार करने के लिए मौके प्रदान करें। बिल्ली से सकारात्मक, सुसंगत संवाद करें और बिल्ली की पसंद का सम्मान करें तथा देखें कि वे क्या और कैसे बातचीत करती हैं। 

उनकी ट्रे साफ रखें

बिल्ली को ट्रे में लेटना बेहद पसंद होता है और उस ट्रेन को साफ करना आपके लिए एक अप्रिय काम हो सकता है। बिल्लियां साफ ट्रे पसंद करती हैं फिर चाहे वह घर में अकेली बिल्ली ही क्यों न हो। बिल्लियां शौच से पहले, शौच के दौरान और शौच के बाद ट्रे में समय बिताना पसंद करती हैं और वे आम तौर पर बड़ी ट्रे पसंद करती हैं। ट्रे का साफ न होना मूत्र संबंधी समस्याओं के जोखिम से जुड़ा है और यह बिल्ली के जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है। 

बिल्ली के कमरे को समझें

क्या आपके पास एक से ज्यादा बिल्लियां हैं? घर की बिल्लियों के बीच तनाव होना आम बात है लेकिन अक्सर इसे अनदेखा कर दिया जाता है क्योंकि यह हमेशा शारीरिक तौर पर लड़ी जाने वाली लड़ाई नहीं होती। बिल्लियों के बीच तनाव के संकेतों में लंबे समय तक घूरना, या यहां तक कि ट्रे या बिल्लियों के लिए बने छोटे घर में दरवाजों का इस्तेमाल न करने देना शामिल हो सकता है, ताकि दूसरी बिल्ली उसका इस्तेमाल न कर सकें। ‘अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फेलिन प्रैक्टिशनर्स’ ने अपने 2024 के दिशा-निर्देशों में बताया कि इससे बिल्लियों में गहरा डर, चिंता और तनाव से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। घरेलू बिल्लियों के बीच तनाव को पहचानना और उसका प्रबंधन करना सीखना सभी पक्षों के कल्याण में सुधार कर सकता है। 

बिल्लियों और अन्य जानवरों को सुरक्षित रखें

ऐतिहासिक रूप से पालतू बिल्लियां अक्सर अनाज के भंडार को चूहों से बचाती हैं। हालांकि मौजूदा वक्त में बिल्ली के जिम्मेदार मालिकाना हक का मतलब बदल गया है। ऑस्ट्रेलिया के लगभग 65 फीसदी बिल्ली मालिक अपनी बिल्लियों को हमेशा घर के अंदर ही रखते हैं जबकि 24 फीसदी अपनी बिल्लियों को रात में भी घर के अंदर ही रखते हैं। आदर्श रूप से बिल्लियों को बिना निगरानी के खुले में घूमने नहीं देना चाहिए, जहां वे वन्यजीवों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इतना ही नहीं बिल्लियां यहां तक कि उस संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं, जहां आप रहते हैं।

ऑस्ट्रेलिया में एक तिहाई से अधिक स्थानीय आबादी ने अब बिल्लियों को रात भर या दिन में 24 घंटे घर के अंदर ही रखने की अनिवार्यता कर दी है। इसमें कोई दो राय नहीं कि बिल्लियां बुद्धिमान होती हैं और आम धारणा के विपरीत, उन्हें प्रशिक्षित किया जा सकता है। यह प्रक्रिया बिल्लियों और मनुष्यों दोनों के लिए समृद्धकारी हो सकती है। धैर्य और प्रतिबद्धता के साथ आप अपनी बिल्ली को प्रशिक्षित कर सकते हैं। संक्षेप में बिल्लियों को विकल्प दें, उनकी पहचान का सम्मान करें, उनकी जरूरतों पर ध्यान दें और हमारी दुनिया को उनके नजरिए से देखने की कोशिश करें। आपकी बिल्ली इससे ज्यादा खुश होगी।

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