मुरादाबाद : पुलिस ने बेकसूरों पर जुल्म किया है, जिसके निशान उनके शरीर पर हैं : डॉ. एसटी हसन

संभल बवाल के आरोपियों से जेल में मिले सपा के पूर्व सांसद और विधायक

मुरादाबाद : पुलिस ने बेकसूरों पर जुल्म किया है, जिसके निशान उनके शरीर पर हैं : डॉ. एसटी हसन

मुरादाबाद, अमृत विचार। संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए बवाल के आरोपियों से सपा का प्रतिनिधिमंडल जिला कारागार में मिलने पहुंचा। बंदियों से मिलकर लौटे पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि संभल पुलिस ने निर्दोष लोगों को पकड़ कर उन पर जुल्म किया है जिसके निशान बेकसूरों के जिस्म पर हैं। जेल में लोगों से बात करने पर पता लगा कि उन्हें दंगे वाले स्थान से नहीं घरों से पकड़ कर लाया गया है।

जेल अधीक्षक ने सपा के प्रतिनिधिमंडल में केवल पूर्व सांसद और दो विधायकों को ही मिलने की अनुमति दी थी। वह अंदर 10 लोगों से ही मिले। संभल हिंसा के मृतकों के परिवार वालों से दो दिन पहले मिलने जा रहे सपा प्रतिनिधिमंडल को पुलिस प्रशासन ने हिरासत में ले लिया था और संभल जाने नहीं दिया था। जिसके बाद सोमवार को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल जिला कारागार में बंद संभल हिंसा के बंदियों से मिलने पहुंचा। मुलाकात के लिए पहले से सपा के पूर्व सांसद व विधायकों की ओर से 10 लोगों से मिलने के लिए पर्ची लगाई गई। जेल अधीक्षक पवन प्रताप सिंह ने नियमानुसार अनुमति दी। जेल में आरोपियों से सपा का 15 लोगों का प्रतिनिधिमंडल मिलने आया था। लेकिन, जेल में मिलने की अनुमति केवल तीन लोगों को ही दी गई। जिनमें पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन, ठाकुरद्वारा विधायक नवाब जान खान, नौगावां विधायक चौधरी समरपाल सिंह थे। जेल में 20 से 25 मिनट तक मुलाकात की गई। जिसके बाद बाहर निकलने पर सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने बताया कि संभल हिंसा में जेल भेजे गए आरोपियों से मुलाकात करने के बाद उनकी हालत देखकर आंखें भर आईं। पुलिस ने उनके ऊपर जुल्म किए हैं और इसके निशान उनके जिस्म पर अभी भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि संभल पुलिस ने बेगुनाहों को घर से उठाकर जेल भेजा है। पहले थाने में लाकर उन्हें बुरी तरह से पीटा गया। ठाकुरद्वारा के विधायक नवाब जान ने भी जेल में बंद आरोपियों को निर्दोष बताया है।