बदायूं : संभल जाने की तैयारी में थे कांग्रेसी, पुलिस ने किया नजरबंद

संभल में हुई हिंसा के मृतकों के परिजनों से मिलने जाने वाले थे कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता

बदायूं : संभल जाने की तैयारी में थे कांग्रेसी, पुलिस ने किया नजरबंद

बदायूं, अमृत विचार। सीमावर्ती जिला संभल में मस्जिद सर्वे को लेकर हिंसा हुई थी। कांग्रेस के पदाधिकारियों ने संभल जाने का आह्वान किया था। सोमवार को पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को संभल जाना था। हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से बात करनी थी लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने कांग्रेस के पदाधिकारियों को नजरबंद कर लिया। पदाधिकारियों के घर पर पुलिस बल तैनात रहा। पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा।

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ओमकार सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं को सोमवार सुबह 10 बजे संभल जाना था। जिसके चलते सुबह ही पुलिस जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह, जिला उपाध्यक्ष वीरेश तोमर, जिला महासचिव इख्लास हुसैन, पीसीसी सदस्य राम रतन पटेल के आवास पर पहुंची। सभी को नजरबंद कर लिया गया। वहीं अल्पसंख्यक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नुसरत अली को वजीरगंज पुलिस ने बगरैन में उनके आवास पर नजरबंद किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि रविवार रात से ही पुलिस ने सभी पदाधिकारियों को नजरबंद कर रखा है।

427

अगर इतनी सतर्कता पुलिस ने संभल में दिखाई होती तो पांच लोगों की हत्या नहीं होती। भाजपा संभल में अपने मंसूबों को उजागर होने से रोकने के लिए कांग्रेसियों को नजरबंद कर रही है। नजरबंद किए गए अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि वह शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए संभल जाना चाह रहे थे। इसमें सरकार को आपत्ति क्यों है ? जिलाध्यक्ष ने भाजपा सरकार द्वारा प्रशासन का गलत इस्तेमाल करके नजरबंद करने को निंदनीय बताया। 

वहीं पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत यादव को भी संभल जाने से रोका। उनके नेकपुर स्थित आवास पर नजरबंद किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। वह देश की एकता ,शांति और सौहार्द का संदेश देने संभल जा रहे थे। सरकार अपने गैरकानूनी कारनामों को छुपाना चाहती है। सत्ता के षड्यंत्र से संभल में हुई घटना ने संवैधानिक मूल्यों को तार-तार कर दिया। इस वीभत्स घटना ने देश की एकता, शांति व सौहार्द को गंभीर चोट पहुंचाई है। 

कांग्रेस पार्टी संवैधानिक मूल्यों को बचाने की लड़ाई लड़ती है। जिन पर भाजपा ने इस घटना के जरिए हमला किया है। संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता कोई भी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगे। कहा कि वह हर हाल में संभल जाकर पीड़ितों से मिलकर रहेंगे।