शाहजहांपुर : ...तो क्या हत्या कर गन्ने के खेत में फेंका गया था छात्रा काजल का शव, डीएनए रिपोर्ट आने के बाद गहराया शक

शाहजहांपुर : ...तो क्या हत्या कर गन्ने के खेत में फेंका गया था छात्रा काजल का शव, डीएनए रिपोर्ट आने के बाद गहराया शक

शाहजहांपुर, अमृत विचार। निगोही क्षेत्र की छात्रा काजल की मौत का राज डीएनए रिपोर्ट आने के बाद और गहरा गया है। पुलिस हत्या के एंगल से जांच कर रही है, लेकिन अभी तक हत्या किए जाने की पुष्टि नहीं हो सकी है। मौत का राज खोलने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद ली जाएगी। इसके लिए विशेष पैनल का गठन होगा। पुलिस विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से वार्ता शुरू की है। ऐसे चिकित्सकों की तलाश की जा रही है, जो कंकाल या कंकाल की रिपोर्ट देखकर यह बता दें कि आखिर छात्रा की मौत कैसे हुई होगी। सबसे ज्यादा संभावना है कि छात्रा की हत्या कर शव को गन्ने की खेत में फेंका गया हो। इसी एंगल पर पुलिस जांच आगे बढ़ती दिखाई दे रही है। एसपी सिटी संजय कुमार स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं, लेकिन अभी तक सफलता मिलती दिखाई नहीं दे रही है। अब देखना यह है कि पुलिस की जांच किसी नतीजे पर पहुंचती है या फाइल पर धूल जमती है।

निगोही के गांव हरसेली निवासी सुरेश की बेटी काजल स्वामी दिव्यानंद शिक्षा निकेतन में इंटर की छात्रा थी। 30 नवंबर 2023 को वह स्कूल में अर्द्ववार्षिक परीक्षा देने गई थी और लापता हो गई। छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया था कि उसे अध्यापक अमर सिंह व गांव हरसेली निवासी सचिन, अमन के साथ ही कॉलेज प्रबंधक रामबरन वर्मा पर शक है। आरोप लगाया था कि प्रबंधक ने पूछने पर धमकी दी कि जो कर मिले कर लेना। पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। पुलिस छात्रा की तलाश कर ही रही थी कि नौ माह पहले पांच मार्च 2024 को छात्रा का शव गांव के श्यामपाल सिंह के गन्ने के खेत में मिल गया। गन्ना काटकर खेत खाली किया जा रहा था कि श्यामपाल की नजर वहां पर मिट्टी में सने हुए कपड़ों पर पड़ गई। दो कदम आगे मानव कंकाल की खोपड़ी और पैर व रीढ़ की हड्डी पड़ी थी। इस घटना की जानकारी गांव वालों तक पहुंची तो मौके पर लोगों की भीड़ लग गई थी। पुलिस ने भी मौके पर पहुंच कर जांच-पड़ताल की। काजल के पिता सुरेश ने कपड़ों से छात्रा की पहचान अपनी बेटी के रूप में की थी। लेकिन बात पूरी तरह पुष्ट नहीं थी कि कंकाल काजल का ही है। इसलिए पुलिस ने डीएनए सैंपल लेकर जांच को भेजे थे। मंगलवार को डीएनए रिपोर्ट आई तो स्पष्ट हो गया कि कंकाल छात्रा काजल का ही था। इसके बाद सवाल उठने लगा है कि छात्रा की मौत आखिर कैसे हुई। हालात को देखकर लग रहा है कि छात्रा की हत्या कर शव को खेत में फेंका गया होगा। पुलिस भी इसी एंगल से जांच कर रही है। पुलिस के सामने पहली चुनौती कंकाल की शिनाख्त की थी, जो अब हो चुकी है, लेकिन अब दूसरी चुनौती सामने आ गई है। अब पुलिस को छात्रा की मौत का कारण जानना है कि आखिर काजल की मौत कैसे हुई। 

विशेषज्ञ खोल देंगे छात्रा की मौत का राज
पुलिस भले ही मामले को हत्या मानकर जांच कर रही हो, लेकिन केस की गुत्थी अब भी उलझी हुई है। क्योंकि अभी तक यही स्पष्ट नहीं है कि छात्रा की मौत हुई कैसे। यह स्पष्ट करने के लिए पुलिस विभाग चिकित्सा विभाग से सहयोग लेगा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम कंकाल की रिपोर्ट के आधार पर यह बता देगी कि आखिर छात्रा की मौत हुई कैसे है। पुलिस विभाग के अधिकारी बताते हैं कि स्पेशलिस्ट डॉक्टर यह जान सकते हैं कि आखिर छात्रा की मौत हुई कैसे है। अगर उसके सिर या शरीर की कोई हड्डी टूटी मिलती है तो माना जाएगा कि छात्रा की हत्या किसी वजनी चीज को मारकर की गई थी। अगर गर्दन की हड्डियों में गैप ज्यादा मिलता है तो माना जाएगा कि उसकी हत्या गर्दन दबाकर की गई है। अगर हत्या की पुष्टि होती है तो पुलिस के सामने अगली चुनौती हत्या का कारण जानने की होगी। इसके साथ ही कातिल कौन है यह भी पता लगाना होगा।

बड़ी चुनौती से कम नहीं केस को सुलझाना
पुलिस विभाग के अधिकारियों का मानना है कि केस को सुलझाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि अभी तक यही पता नहीं है कि छात्रा की मौत आखिर हुई कैसे है। अगर चिकित्सकों की जांच में हत्या की पुष्टि होती है तो आरोपी तक पहुंचना और उसके खिलाफ हत्या के सबूत जुटाना तीसरी सबसे बड़ी चुनौती होगी। केस में पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं है। ऐसे में कंकाल के सहारे सबूत जुटाना भी चुनौतीपूर्ण है। छात्रा को किसने और क्यों मारा अभी तक पुलिस को कुछ पता नहीं है। 

सुस्त है पुलिस की चाल
केस में पुलिस की चाल काफी सुस्त है। एक साल के लंबे समय में सिर्फ यह पता लगाया जा सका है कि कंकाल काजल का था। जबकि एक साल में पूरे मामले की जांच कर निष्कर्ष तक पहुंचा जा सकता था। अगर कंकाल की शिनाख्त नहीं भी थी तो भी जांच को जारी रखा जा सकता था। पुलिस ने कंकाल मिलने के बाद सिर्फ डीएनए रिपोर्ट आने का इंतजार हाथ पर हाथ रखकर किया। एक साल के लंबे अंतराल में मामले में किसी भी अन्य एंगल से जांच करने, सबूत जुटाने आदि की जहमत नहीं उठाई।  

डीएनए रिपोर्ट आ गई है। कंकाल छात्रा काजल का होने की पुष्टि हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। केस हत्या का है या नहीं अभी इस संबंध में बता पाना संभव नहीं है। -अरविंद सिंह, इंस्पेक्टर निगोही।

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