कानपुर में आठ घंटे Digital Arrest रहा युवक: दिल्ली आयकर विभाग का अफसर बनकर साइबर ठगों ने की वीडियो कॉलिंग, ये करने पर हुआ शक
कहा, तुम्हारी ट्रांसपोर्ट एजेंसी का 9.40 लाख टैक्स है बकाया, हवाला में भी नाम है
कानपुर, अमृत विचार। आयकर अफसर बनकर दिल्ली से वीडियो कॉलिंग करने वाले साइबर ठगों ने हूलागंज निवासी युवक को सुबह 9 से शाम पांच बजे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। कहा, दिल्ली में तुम्हारे नाम पर संचालित लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट का बकाया 9.40 लाख रुपये टैक्स जमा जल्द जमा कराओ। तुम्हारे खाते में हवाला के साढ़े आठ करोड़ रुपये कहां से आए, इसकी जानकारी दो। प्रधानमंत्री के करीबी अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं।
खातों की डिटेल लेने के बाद 70 हजार रुपये एकाउंट में ट्रांसफर करने को कहा। संदेह होने पर युवक ने फोन काट दिया और डीसीपी पूर्वी कार्यालय पहुंचे और उनकी सर्विलांस टीम को डिजिस्ट अरेस्ट की जानकारी देकर प्रार्थना पत्र दिया।
हूलागंज के रहने वाले प्राइवेट कर्मी नितिन गुप्ता ने बताया कि सोमवार सुबह 9 बजे उनके मोबाइल पर वीडियो कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली आयकर विभाग का अधिकारी मोहित नेगी बताया। उसने कहा कि तुम्हारे नाम पर दिल्ली में लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट है, जिसका 9.40 लाख रुपये टैक्स बाकी है। ट्रांसपोर्ट एजेंसी 7 अप्रैल 2023 को खुली थी।
जब नितिन ने कहा उनकी कोई ट्रांसपोर्ट एजेंसी नहीं है तो खुद को आयकर अफसर बताने वाले ने कॉल यह कहते हुए ट्रांसफर कर दी कि अब तुमसे बात दिल्ली पुलिस के अधिकारी करेंगे। इसके बाद खुद को अजय राय बताते हुए एक व्यक्ति ने बातचीत शुरू की। उसने कहा तुम्हारी आईडी मनी लॉड्रिंग के आरोपी अमित चौधरी के घर से बरामद हुई हैं। उसने काफी देर तक पूछताछ की, इसके बाद सीबीआई अधिकारी राकेश से बात करने की बात कहकर फोन ट्रांसफर कर दिया।
उससे कहा गया कि घर से निकलकर किसी एकांत जगह जाकर बात करो। इस पर वह घर से निकलकर पास के परिचित के एक होटल में चला गया और आरोपियों से बात करता रहा। इसके बाद खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाले फोन कर कहा कि तुम्हारे खाते में हवाला का साढ़े आठ करोड़ रुपये कहां से आया है। हवाला मामले में कुल 248 लोगों की जांच चल रही है, जिसमें तुम्हारा नाम 160 नंबर पर है।
मनी लॉड्रिंग के आरोपी अमित की फोटो भेजकर पहचान करने के लिए कहा, साथ में कई प्रपत्र भी भेजे, जिस पर नितिन का नाम व आधार नंबर लिखा था। इसके बाद कहा कि इस मामले की जांच प्रवीन सूद कर रहे हैं, जो प्रधानमंत्री के करीबी हैं। इसके बाद नितिन से पूछा गया कि परिवार में कौन-कौन है। संपत्ति कितनी व खाते कितने हैं। बैंक में कितना पैसा जमा है। इस पर नितिन ने बताया कि 90 हजार रुपये हैं। इसी खाते में वेतन आता है।
इस पर फोन करने वाले ने कहा अपने खर्च के लिए 20 हजार रुपये रखकर 70 हजार रुपये एक खाते में भेज दो। खाता नंबर भेज रहे हैं। नितिन के अनुसार करोड़ों की बात करने वाले अधिकारी 70 हजार रुपये मांग रहे हैं, इस पर संदेह हुआ और फोन काट दिया।
इस दौरान सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक वह साइबर ठगों की बार-बार आने वाली कॉल पर व्यस्त रहा। फोन करने वालों ने कहा था कि इस बारे में किसी को बताना नहीं। शाम को उसने सर्विलांस कार्यालय पहुंचकर टीम को जानकारी दी।