Prayagraj News : फायर स्कूटर से मेले में अग्निकांड पर काबू पायेगी फायर ब्रिगेड टीम
प्रयागराज, अमृत विचार: महाकुंभ 2025 में किसी प्रकार की कोई दुर्घटना ना हो इसके लिए मेला प्रशासन और फायर सर्विसेज टीम पूरी तरह से तैयार है। जिसका सीधा उदाहरण महाकुंभ 2025 में फायर विभाग द्वारा लगाए जा रहे कैंपस को देखने से पता चल रहा है। इस बार मेले में फायर सर्विस की ओर से खास इंतजाम किये गये है। जिससे मेले में आगजनी की घटना को आसानी से काबू किया जा सकेगा। महाकुंभ को लेकर मेला प्रशासन पूरी तरह से सचेत है।
मेले में इस बार अग्निशमन विभाग की ओर से महाकुंभ मेला- 2025 में करोड़ो श्रृद्धालुओ का हुजूम आएगा। जिनकी सुरक्षा के लिए फायर सर्विसेज़ की ओर से देश की सबसे अत्याधुनिक फायर टेंडर मशीनों को इस्तेमाल किया जायेगा। जिसकी क्षमता 50 फीट से लेकर 100 फीट तक होगी। इसके अलावा ऐसे दुर्गम स्थान जहां पर बड़ी मशीन नहीं पहुंच पाएंगी, उसके लिए फायर स्कूटर मशीनों का उपयोग किया जाएगा जिसमें ड्रिलिंग एवं कटिंग मशीनों का इस्तेमाल होगा। जिससे न केवल आपातकाल में आग बुझाया जाएगा, बल्कि इन मशीनों के इस्तेमाल से ऐसे स्थान पर जहां लोहे की चादर को काटना जरूरी होता है, इस मशीन की सहायता से किया जाएगा। इसके अलावा महाकुंभ 2025 में एक नई व्यवस्था देखने को मिलेगी, जो कि फायर वोट के नाम से जाना जाएगा फायर बोट की मदद से नदी में तैरते हुए नाव में यदि आग लगती है या ऐसे स्थान जो की नदी के तटीय किनारो में हो और आग लगी हो तो उसे आग पर काबू पाने का काम किया जा सकेगा। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों में महाकुंभ में पहुंच जाएगा।
इसके अलावा इस बार महाकुंभ एवं प्रयागराज के नगरीय क्षेत्रों में आग़ पर काबू पाने के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट सर्विस को भी एक्टिवेट किया गया है। इस सर्विस के तहत फायर कमांडोज की टीम प्रयागराज में डेप्लॉय की जाएगी। जिनका काम आकस्मिक एवं किसी बड़े डिजास्टर पर काबू पाने के लिए त्वरिक कार्य करना है। हॉस्पिटल एवं ऐसे अन्य संस्थान जहां पर लोगों की भीड़ होना लाजमी है। हर स्थान पर अत्यधिक फायर टेंडर मशीनों को लगाया जाएगा तथा इस बार अस्पताल में आईसीयू आईसीयू और आईसीसीयू में पुश बैक स्ट्रेचर की व्यवस्था यूपी फायर सर्विसेज की तरफ से की जाएगी। जिससे मरीजों को बिस्तर से सीधे स्ट्रेचर पर ले जाने और डिजास्टर बिंदु से जल्द से जल्द दूर करने में सहायक होगी। इस बार की फायर सर्विस मैनेजमेंट में डिजास्टर कंट्रोल कमांडोज के साथ-साथ वॉलिंटियर मेकैनिज्म का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जिसमें कुछ संस्थाओं को डिजास्टर मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि समय रहते अधिक से अधिक सहायकों की सहायता से लोगों की जान बचाई जा सके।
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