पीलीभीत: पांच साल के मासूम से कुकर्म, पुलिस ने रिपोर्ट लिखने की जगह करा दिया समझौता
परिजन बोले- घटना के दिन आई थी यूपी 112, इंस्पेक्टर बोले- कोई तहरीर मिली ही नहीं
पीलीभीत/बरखेड़ा, अमृत विचार। पांच साल के मासूम को चीज दिलाने का लालच देकर एक युवक अपने साथ ले गया और कुकर्म किया। इसकी तहरीर परिवार की मानें तो पुलिस को भी दी गई। मगर, रिपोर्ट दर्ज की गई न ही मेडिकल परीक्षण कराया गया। बच्चे का एक निजी अस्पताल में इलाज चला। फिर संभ्रांत नागरिकों ने बीच में पड़कर सुलह करा दी। परिवार का कहना है कि वह कानूनी कार्रवाई कराना चाहता था इसीलिए पहले तहरीर दी थी। मगर उनकी थाना स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हालांकि थाना पुलिस का कहना है कि इससे जुड़ी कोई तहरीर मिली ही नहीं।
घटना बरखेड़ा क्षेत्र की है। यहां के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि निजी चालक हैं। 15 नवंबर को वह काम से गैर जनपद गए थे। उनका पांच साल का पुत्र कक्षा एक का छात्र है। गांव का ही एक 18-19 वर्षीय युवक उसे चीज खिलाने का लालच देकर मकान से करीब आधा किमी की दूरी पर सूनसान स्थान पर ले गया। आरोप है कि वहां पर बच्चे से कुकर्म किया गया। बच्चे की जान लेने की कोशिश भी की गई। फिर डरा धमकाकर छोड़ दिया। रोते हुए घर की तरफ जा रहे बच्चे को एक ग्रामीण ने देख रोका और पूछा तो उसने सारी बात बताई। फिर बच्चा घर आ गया। पिता भी काम निपटाकर देर शाम घर आ गए थे। इसकी सूचना उसी दिन यूपी 112 नंबर पर दी गई।
रंजिश के डर से थाने में किया समझौता
पिता के अनुसार पुलिस ने दूसरे दिन सुबह थाने जाने की बात कह दी। इसके बाद दूसरे दिन वह बरखेड़ा थाने पहुंचे और मामले में तहरीर दे दी। मगर, उसके बाद भी न तो रिपोर्ट दर्ज की गई न ही मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ रही थी तो उसे कस्बे के एक चिकित्सक से दवा लेकर आए। इधर, कुछ जिम्मेदार नागरिकों ने सुलह समझौता करवाकर थाना पुलिस को दिलवा दिया। अब गांव में रंजिश न बढ़ जाए इसे देखते हुए समझौतानामा थाने में दे दिया था। उधर, बरखेड़ा इंस्पेक्टर मुकेश शुक्ला का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है, न ही कोई तहरीर दी गई थी।