बरेली: बुलडोजर चला तो छिना आशियाना...कैंट बोर्ड ने अवैध कब्जा बताकर ढहा दिए दो दर्जन मकान

आर ए बजार में बुलडोजर लेकर पहुंची कैंट बोर्ड की टीम तो मचा हड़कंप 

बरेली: बुलडोजर चला तो छिना आशियाना...कैंट बोर्ड ने अवैध कब्जा बताकर ढहा दिए दो दर्जन मकान

बरेली, अमृत विचार। अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलने का सिलसिला लगातार जारी है, इस बार कैंट बोर्ड ने रक्षा भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ढहा दिया। दो दर्जन से ज्यादा मकानों पर कैंट बोर्ड का बुलडोजर चलने से हड़कंप मच गया। जिन लोगों के मकानों को ढहाया गया उनका कहना था कि वे काफी सालों से इन मकानों में रह रहे थे।

सोमवार को आर ए बाजार तोपखाना इलाके में अतिक्रमण अभियान चलाया गया। यहां लंबे समय से अवैध तरीके से बनाए गए पक्के मकानों व झोपड़ी आदि को सेनेटरी इंस्पेक्टर दीप सक्सेना के नेतृत्व में जेसीबी मशीन से हटवाया गया। सोमवार को टीम आर ए बाजार पहुंची तो लोगों में हलचल मच गई। वहीं बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि पूर्व में ही लोगों को नोटिस दिया जा चुका था। करीब 25 से 30 मकानों पर कार्रवाई की गई। इधर जिन लोगों के मकान पर बुलडोजर चला वो विरोध करते रहे, लेकिन उनका विरोध काम नहीं आया।

मकान पर बुलडोजर चला तो छलका दर्द
अलका ने बताया कि उनके मकान पर भी जेसीबी चलाई है। लिखित में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। केवल दो दिन पहले आकर उन लोगों से सामान खाली करने के लिए कहा  गया था। उन्होंने बताया कि उनकी मां का बचपन तक इस मकान में गुजरा है, जिससे अंदाजा लगा सकते हैं कि वह कितने सालों से इस मकान में रह रहे थे।

लोग बोले पहले भी चला था बुलडोजर
धन देवी ने बताया कि 25 साल मकान में रह रहे थे, उन्होंने बताया कि कोई नोटिस नहीं मिला था। लेकिन पहले भी मकान तोड़ दिया गया था लेकिन बाद में दोबारा बना लिया था। अब जब दोबारा मकान तोड़ दिया है तो दूसरी जगह ठिकाना ढूंढा जाएगा। घर तो टूट गया है, लिहाजा जैसे-तैसे गुजारा करना पड़ेगा।

40 मकानों को किया गया था चिन्हित
कैंट बोर्ड की तरफ से जिन अवैध मकानों को गिराया जाना था उन पर पहले ही लाल निशान लगा दिए थे। जिसके बाद से लोग कार्रवाई के लिए तैयार थे। जेई मनोज यादव ने बताया कि दिवाली से पहले सभी अवैध अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया गया था। करीब 40 मकानों को चिन्हित किया गया था। सभी पर कार्रवाई की जाएगी।