अयोध्या: 84 कोसी परिक्रमा पर निकला चित्रकूट से आया 200 संतों का जत्था
रामलला और हनुमानगढ़ी में किया दर्शन, भगवा ध्वज के साथ गूंजा जय श्रीराम का उदघोष
अयोध्या, अमृत विचार। चित्रकूट के महंत गोविंद दास के नेतृत्व में 200 से अधिक साधु संतों का जत्था अयोध्या धाम की सांस्कृतिक सीमा 84 कोसी परिक्रमा की यात्रा मखौड़ा धाम के लिए रवाना हुआ। शनिवार की सुबह वैद्य जी का मंदिर से महंत राजेंद्र दास ने भगवा ध्वज दिखाकर यात्रा को रवाना किया। इसके पहले परिक्रमार्थियों ने हनुमान जी महराज और राम मंदिर में विराजमान श्री रामलला के दरबार में दर्शन-पूजन भी किया।
यात्रा के संयोजक महंत गोविंद दास ने बताया कि यह परिक्रमा मखौड़ा धाम से शुरू होगी। कहा कि एक एक पग में भगवान का नाम लेकर चलने पर पापों का नाश होता है। बताया संतों की टोली अलग-अलग पड़ाव पर पहुंचने के लिए रवाना होगी।
इसमें मुख्य रूप से रामरेखा आश्रम, हनुमान बाग, सृंगऋषि आश्रम, महादेव घाट, सूर्यकुंड, जन्मेजय कुंड, अमानीगंज, रानी मऊ हनुमान मंदिर, जम्मू दीप गौरीगंज, श्री नरहरि आश्रम के रास्ते नवाबगंज होते हुए पुनः परिक्रमा विभिन्न पड़ावों से होकर 7 दिसंबर को वापस मखौड़ा धाम पहुंचेगी। 8 दिसंबर को वैद्य जी का मंदिर अयोध्या आकर यात्रा का समापन होगा।
महंत राजेंद्र दास ने बताया कि इस परिक्रमा के लिए दूर-दूर से साधु संत शामिल हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दौरान यह सभी साधु संत अयोध्या पहुंचे जो यहां पर धार्मिक अनुष्ठान कर यहां से मखोड़ा धाम के लिए रवाना हुए हैं। जहां से इस परिक्रमा को प्रारंभ करेंगे और राम विवाह के दूसरे दिन 8 दिसंबर को पुनः यह परिक्रमा यात्रा वापस अयोध्या पहुंचेगी।