कासगंज हादसा : नियमों को ताक पर रखकर किया काम, लापरवाही से चली गईं चार जानें
भारतीय मानक संहिता का निर्माण कार्य के दौरान नहीं किया गया पालन
गजेंद्र चौहान, कासगंज, अमृत विचार। मथुरा- बरेली नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन कार्य के दौरान मोहनपुरा के समीप हुई घटना तमाम सवाल खड़े कर रही है। अभी तक कार्यदायी संस्था पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस बीच विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि मिट्टी खुदाई के कार्य में कानून का खुलेआम उल्लंघन किया गया। यदि मानक के अनुसार सुरक्षा के नजरिए से काम होता तो शायद चार जानें नहीं जातीं और पांच जिंदगियां मौत और जिंदगी से न जूझतीं।
मंगलवार की सुबह कासगंज में बड़ा हादसा हुआ। यहां पीला मिट्टी लेने के लिए महिलाएं राधा स्वामी सत्संग भवन के समीप पहुंची थीं। महिलाओं को पता चला था कि जो नेशनल हाईवे तैयार हो रहा है वहां खुदाई हुई है और गहरी खुदाई के बीच पीला मिट्टी निकल आई है। मिट्टी घर की लिपाई के काम आती है। तमाम महिलाएं मिट्टी लेने के लिए पहुंच गईं। यहां कुछ पुरुष और महिला मिट्टी की खोदाई कर रहीं थीं। तभी ढांग गिरने से एक बच्ची सहित चार महिलाओं की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। घायलों में दो की हालत गंभीर बनी हुई है। वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। इधर सवाल कार्यदायी संस्था ग्रिल पर उठा है। इस संस्था के ठेकेदार ने कानून और मानकों का पालन नहीं किया। इस बात की पुष्टि विशेषज्ञों द्वारा की गई है। हालांकि, विशेषज्ञों ने अपना नाम साझा करने से स्पष्ट मना कर दिया है, लेकिन उन्होंने कई जानकारियां साझा की हैं।
इस तरह होनी चाहिए थी खोदाई
विशेषज्ञ ने बताया की पुलिया के लिए जो मिट्टी की खुदाई की जा रही थी वह मानक के अनुरूप नहीं थी। मानक के अनुसार स्टेप कटिंग की जानी चाहिए थी। जिससे मिट्टी की ढांग गिरने का खतरा काम रहता है, लेकिन ठेकेदार ने अनदेखी करते हुए बिना किसी सेफ्टी कवर के यह खुदाई करा दी।
यह है कानून
भारतीय मानक संहिता 3764 के अनुसार मिट्टी उत्खनन कार्य के लिए सभी मानक पूरे किए जाने चाहिए। सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इस संहिता के अनुसार मिट्टी खुदाई के लिए सुरक्षा के विशेष निर्देश दिए गए हैं।
सड़क कांग्रेस संहिता का उल्लंघन
भारतीय सड़क कांग्रेस सहिंता 36 का भी उल्लंघन किया गया। संबंधित इंजीनियर ने इस संहिता का पालन नहीं किया। इसके अनुसार सुरक्षा घेरा बनाकर कार्य किया जाना चाहिए था। सुरक्षा घेरा भी नहीं बनाया गया था ।
अधिकारियों ने भी माना, हुई है लापरवाही
एडीएम राकेश कुमार पटेल ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से वार्ता की गई है। शासन एवं उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई भी की जाएगी। यह घटना लापरवाही से हुई है।
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