Kanpur: ई-चार्जिंग स्टेशन धूल फांक रहे, ठूंठ बने खड़े, बनाकर छोड़ दे रही कंपनी, दो वर्ष में एक भी गाड़ी चार्ज नहीं
कानपुर, अमृत विचार। अगर आपके पास ई-व्हीकल है तो घर से फुल चार्ज करके ही बाहर निकलें, क्योंकि शहर में रास्ते पर उसे चार्ज करने की सुविधा नहीं मिलेगी। शहर में ई-मोबिलिटी सुविधा को बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित किये गये ई-चार्जिंग स्टेशन धूल फांक रहे हैं। मोतीझील में 2 वर्ष पहले स्थापित शहर के पहले चार्जिंग स्टेशन की बुरी हालत है, वहीं, निराला नगर में बना दूसरे चार्जिंग स्टेशन के आस-पास कब्जे हैं। जिससे यहां कोई गाड़ी वाला नहीं रुकता। शासन के निर्देश पर हर 5 किमी. पर ई-वी चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रही निजी कंपनियां भी बिना किसी सूचना, बोर्ड व प्लेटफॉर्म लगाये ही स्टेशन बनाकर चली जा रही हैं।
मोतीझील में महापौर, नगर आयुक्त ने किया था उद्घाटन
दिसंबर 2022 में महापौर प्रमिला पांडेय व तत्कालीन नगर आयुक्त ने मोतीझील में शहर के पहले ई-चार्जिंग स्टेशन को स्थापित किया था। अधूरी तैयारियों के साथ स्थापित स्टेशन एक सप्ताह में ही बंद हो गया क्योंकि यहां बिजली के लिये लाइन नहीं दी गई। विरोध हुआ तो बिजली कनेक्शन दिया और स्टेशन को शुरू कर दिया।
लेकिन, कुछ समय चलने के बाद ही फिर से बंद हो गया। जानकारी करने पर पता चला कि करीब 2 वर्षों से स्टेशन बंद है। मौके पर चार्जिंग मशीनों में धूल चढ़ गई है। मशीनों में जगह-जगह जाले लगे हैं जो इसकी पुष्टि करते हैं कि पंप कई वर्षों से इस्तेमाल नहीं किया गया।
निराला नगर में कब्जों के बीच बना दिया स्टेशन
नगर निगम ने पराग दूध डेयरी के बाहर बाउंड्री से सटा हुआ स्टेशन स्थापित किया। कुछ समय बाद ही यहां आस-पास लोगों ने कब्जा कर दुकाने बना लीं। स्टेशन के बाहर ही हॉस्पिटल और प्राइवेट गाड़ियां पार्क होती हैं, जिससे स्टेशन दिखता ही नहीं है। चार्जिंग स्टेशन पर इलेक्ट्रिक की भी समस्या है। इससे स्थापित होने के बाद आज तक यहां गाड़ियां चार्ज नहीं पा रही हैं।
एक स्टेशन पर 40 लाख रुपये खर्च
नगर निगम ने एक प्राइवेट कंपनी को शहर में 2 चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम दिया था। कंपनी के टेक्निकल मैनेजर के अनुसार एक स्टेशन बनाने में करीब 40 लाख रुपये खर्च आता है। चार्जिंग स्टेशन में प्रति यूनिट 18 रुपये की दर से वाहन चार्ज किये जाने का प्रावधान किया गया। वहीं स्टेशन में कार 35 मिनट में फुल चार्ज होनी थी। एक बार में 6 इलेक्ट्रिक गाड़ियां चार्ज हो सकती हैं। लेकिन, चार्जिंग स्टेशन में जनता को यह सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
लगाकर भूल गए, चार्ज करना कौन बताएगा
निराला नगर सब्जी मंडी के पास फुटपाथ पर प्राइवेट कंपनी ने ईवी चार्जिंग जोन बनाया गया है। एक महीने पहले ही यहां कंपनी ने चार्जिंग स्टेशन फिट किया है जिसमें इलेक्ट्रीसिटी भी दे दी गई है। लेकिन, यहां ईवी कैसे चार्ज होने हैं। न ही कोई गाइडलाइन दी गई है और न ही कंपनी का कोई कर्मचारी तैनात किया गया। यह सड़क दिनभर चलती है, लेकिन कोई ईवी सवार यहां नहीं रुकता। कंपनी ने यहां गाड़ियों के लिये कोई प्लेटफॉर्म भी तैयार नहीं किया है। शहर में दूसरी जगहों पर भी यही समस्या है।