Bihar by-election: बिहार के चार विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू
पटना। बिहार के चार विधानसभा क्षेत्रों तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज (सु) में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया। निर्वाचन कार्यालय सूत्रों ने बताया कि इन चार विधानसभा सीटों पर मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया, जो शाम छह बजे तक चलेगा। वहीं, सुरक्षा कारणों से इमामगंज के नक्सल प्रभावित बूथों पर मतदान शाम चार बजे संपन्न हो जाएगा। हालांकि 29 बूथ पर मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।
इस उपचुनाव में 573649 महिला, 628395 पुरुष और 19 ट्रांसजेंडर समेत कुल 12 लाख दो हजार 63 मतदाता 1277 मतदान केंद्रों पर पांच महिला और 33 पुरुष समेत 38 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। कुल उम्मीदवारों में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने दो-दो, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने तीन और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) तथा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) ने एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है।
तरारी विधानसभा सीट पर भाकपा-माले के उम्मीदवार राजू यादव चुनाव लड़ रहे हैं जबकि भाजपा ने दिग्गज नेता और कई बार विधायक रह चुके नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को मैदान में उतारा है। जन सुराज की किरण सिंह भी इस सीट से किस्मत आजमा रही हैं। बेलागंज में राजद के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र प्रसाद यादव के बेटे विश्वनाथ कुमार सिंह मैदान में हैं। जदयू ने इस सीट से पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी को मैदान में उतारा है।
जन सुराज से मोहम्मद अमजद चुनावी जंग में हैं और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के उम्मीदवार के तौर पर मोहम्मद जामिद अली हसन चुनाव लड़ रहे हैं। बेलागंज में सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार हैं। रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम पांच उम्मीदवार हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के सबसे छोटे बेटे अजीत कुमार सिंह राजनीतिक लड़ाई में राजद उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और बक्सर से अपने बड़े भाई सुधाकर सिंह के लोकसभा में चुने जाने से खाली हुई सीट को बरकरार रखने की उम्मीद कर रहे हैं।
भाजपा ने पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह पर भरोसा जताया है, जिन्होंने 2015 में यह सीट जीती थी लेकिन वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। इस सीट से सुनील कुमार सिंह जन सुराज उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। वह वर्ष 2020 में बसपा उम्मीदवार के रूप में दूसरे स्थान पर रहे थे। इमामगंज सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अपनी बहू दीपा मांझी मैदान में उतारा है।
राजद ने रोशन कुमार को और जन सुराज ने जितेंद्र पासवान पर दांव लगाया है। गया लोकसभा सीट से श्री मांझी के चुनाव जीतने के बाद खाली हुई इस सीट को बरकरार रखने के लिए राजग की कोशिशों को मुख्य चुनौती राजद के रोशन मांझी से मिल रही है, जो जिला परिषद के पूर्व सदस्य हैं। हालांकि, कंचन पासवान और जितेंद्र पासवान की मौजूदगी ने इस सीट पर लड़ाई को बहुकोणीय बना दिया है।
इन चारों विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की जरूरत इसलिए पड़ी है, क्योंकि इस साल हुए संसदीय चुनावों में ये प्रतिनिधि लोकसभा के लिए चुने गए हैं। पिछले संसदीय चुनाव में राजद के रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से पार्टी के सांसद चुने गए जबकि भाकपा-माले के तरारी विधायक सुदामा प्रसाद आरा (भोजपुर) सीट से पिछले लोकसभा चुनाव में जीते थे। राजद नेता और बेलागंज से पार्टी विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव जहानाबाद सीट से पार्टी के सांसद चुने गए जबकि इमामगंज से विधायक हम के नेता जीतनराम मांझी ने पिछले संसदीय चुनाव में गया (सुरक्षित) सीट जीती थी।