महाकुंभ 2025 : मुख्य सचिव ने कहा 15 दिसंबर तक खत्म हो पूरा कार्य 

महाकुंभ की तैयारी को लेकर अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक, सुरक्षा के लिए 51 % से अधिक फोर्स की तैनाती

महाकुंभ 2025 : मुख्य सचिव ने कहा 15 दिसंबर तक खत्म हो पूरा कार्य 

प्रयागराज, अमृत विचार: विश्व के सबसे बड़ी धार्मिक संगम नगरी में रेत पर बसाये जा रहे तंबुओं की नगरी यानी महाकुंभ को लेकर तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। शासन और प्रशासन की ओर से लगातार इसकी समीक्षा भी की जा रही है। जिसके मद्देनजर मंगलवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रयागराज मेला प्राधिकरण पहुंचे। जहां उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।

इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को 15 दिसंबर तक कार्य को पूरा करने का कदा निर्देश दिया। उन्होंने मेले में चल रहे कार्यो को भी देखा। मुख्य सचिव मनोज कुमार ने बताया कि  महाकुंभ की दिव्य और भव्य कुंभ बनाने के लिए शासन एक वर्ष पहले से तैयारी में जुटा है। ल्व्कीन अभो भी बहुत से कार्य पूरे नही हो सके है। इसके लिए अब 30 दिसंबर तक का समय दिया गया है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ को लेकर शासन ने 6 हजार करोड़ की परियोजनाओं को स्वीकृति दी है। इस बार मेले को चार हजार हेक्टेयर में बसाकर खूबसूरत बनाया जायेगा मेले को कुल 25 सेक्टरों में बांटा गया है। जिसमे बड़े पैमाने पर व्यापक तैयारियां की जा रही है। मेले में आने वाले कल्पवासियों और श्रृद्धालुओ को किसी प्रकार की परेशानी नही होगी।

डीजीपी ने कहा सुरक्षा के कड़े इंतजाम
संगम नगरी में शुरु होने वाले महाकुंभ को देखते हुए सुरक्षा को।लेकर कड़े इंतजाम किये गए है। इस बार मेले में 40 हजार फोर्स लगाए जाएंगे। शासन के निर्देश पर महाकुंभ को दिव्य और भव्य के साथ स्वच्छ और डिजिटल बनाने का पूरा प्रयास किया गया है। मेले में किसी भी प्रकार की कोई प्लास्टिक, पॉलीथिन, ग्लास या फाइवर पर प्रतिबंध रहेगा। इसके स्थान पर पत्तल, दोने और कुल्हड़ का प्रयोग किया जायेगा।  डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस बार पिछले कुंभ की तुलना के अनुपात में 51 प्रतिशत अधिक फोर्स अधिक फोर्स तैनात की जाएगी। खास बात यह होगी कि अंतराष्ट्रीय सीमाओं, अन्तर जनपदीय और राज्यीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी और सख्ती होगी। विशेष टेक्नॉलोजी और सीसी टीवी कैमरो से निगरानी भी की जाएगी। इसके लिए 180 करोड़ रुपये फायर सेफ्टी, कम्युनिकेशन और आपदा से निपटने के लिए भी स्वीकृति दी गई है। जिसकी खरीदारी जल्द शुरी की जाएगी। बाहर से आने वाले श्रृद्धालुओ को भाषाओ में परेशानी न हो इसके लिए भाषणी एप तैयार लांच किया गया है। जो श्रृद्धालुओं की भाषाओ को समझने में मदद करेगा और उनकी भाषाओ को ट्रांसलेट करेगा।

मुख्य सचिव ने एसटीपी का किया निरीक्षण
मुख्य सचिव ने मंगलवार दोपहर अरैल बांध रोड पर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। दोपहर में सचिव पर्यावरण अनिल कुमार एवं विशेष सचिव आशीष तिवारी एसटीपी पर पहुंचे। बाद में अधिकारियों के काफिले के साथ मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह वहां पहुंचे। उन्होंने इस अवसर पर अधिकारियों के साथ बैठक कर चल रही गतिविधियों और योजनाओं की जानकारी ली। बैठक के बाद मुख्य सचिव को नैनी के स्टेशन मार्ग के चौड़ीकरण कार्य का निरीक्षण करने का कार्यक्रम बताया गया था लेकिन वह वहां नहीं पहुंचे, जबकि अधिकारियों ने वहां पर अपनी तैयारियां की थी। इससे पहले भी अधिकारियों का कार्यक्रम तय हुआ था लेकिन अंतिम समय में वह वहां नहीं पहुंचे थे। इससे स्थानीय निवासियों में रोष व्याप्त रहा।

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