बरेली: बिल ठीक कराने को चक्कर काट रहे लोग, शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन

बरेली: बिल ठीक कराने को चक्कर काट रहे लोग, शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन

बरेली, अमृत विचार: स्वकर प्रणाली के तहत टैक्स अदायगी की सुविधा 31 दिसंबर बढ़ाने से लोगों को कुछ राहत तो मिली है लेकिन बिलों को ठीक कराने के लिए नगर निगम के चक्कर काटने की मजबूरी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आधे से ज्यादा वित्तीय वर्ष निकल जाने के बावजूद नगर निगम में बिल ठीक कराने वालों की रोज लाइन लग रही है। तमाम लोग कई-कई चक्कर काट चुके हैं, फिर भी उनके बिल ठीक नहीं हो पाए हैं।

हालत यह है कि बिलों में गड़बड़ी पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी लोग महीने-महीने भर से चक्कर लगा रहे हैं लेकिन फिर भी उनका बिल ठीक नहीं हो पाया है। शुक्रवार को भी नगर निगम में तमाम लोग बिल ठीक कराने पहुंचे थे। उनका कहना था कि नगर निगम की ओर से स्वकर निर्धारण के फार्म तो उपलब्ध कराए जा रहे हैं लेकिन फिर भी समस्या का कोई निदान नहीं हो पा रहा है। अफसरों से शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन देकर टाला जा रहा है।

कटरा चांद खां के राहिद ने बताया कि उनका घर जोन-3 में है। पिछले महीने बिल पर आपत्ति करते हुए फार्म जमा किया था। नगर निगम से इसकी रिसीविंग भी मिली है। चार-पांच दिन में बिल ठीक होने की बात कही थी लेकिन 20 दिन बाद भी उनकी समस्या का निदान नहीं हुआ है। चौथी बार नगर निगम में फरियाद करने पहुंचे हैं। पुराना शहर के आबिद ने 12 अक्टूबर को आपत्ति दर्ज कराई थी। कुछ समय बाद नगर निगम पहुंचे तो कह दिया गया कि दिवाली के बाद चार नवंबर को कार्यालय खुलेगा। दो बार चक्कर लगाने के बाद तीसरी बार शुक्रवार को नगर निगम आए हैं। अब फिर दो-तीन दिन में बिल अपडेट होने की बात कही गई है।

राजेंद्र नगर के मयंक छावड़ा का हाउस और वाटर टैक्स 74 हजार रुपये लगा दिया गया जबकि पहले दोनों टैक्स की धनराशि सिर्फ 2200 रुपये ही थी। मयंक ने बताया कि दो महीने पहले आए थे। आज फिर आए तो कहा गया कि नए सिरे से फार्म भरना पड़ेगा। समय का कमी होने की वजह से आज फार्म नहीं जमा कर पाए। दो दिन बाद नगर आयुक्त से मिलने के बाद ही फार्म जमा करेंगे।

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