डीएलएड के प्रशिक्षु कराएंगे निपुण भारत की परीक्षा, फरवरी में होगा मूल्यांकन
लखनऊ, अमृत विचार: अगले माह होने वाले निपुण मूल्यांकन परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में निपुण मूल्यांकन होना है। जिसके लिए डीएलएड (डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन) के प्रशिक्षुओं की मदद ली जाएगी। जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के माध्यम से विद्यालयों का मूल्यांकन करने के लिए टीमों का गठन किया जाएगा। विद्यार्थियों को भाषा व गणित में दक्ष बनाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय जहां के 80 फीसद छात्र इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर लेंगे उस विद्यालय को निपुण विद्यालय घोषित कर दिया जाएगा।
निपुण परीक्षा में बच्चों को भाषा और गणित में निपुण बनाया जाता है। इस बार 2025 से पूर्व निपुण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों के साथ ही अधिकारियों को भी जिम्मेदार बनाया गया है। इस बार डीएलएड प्रशिक्षुओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय मानक के अनुसार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करें। वे जिन स्कूलों में छात्रों को परखेंगे वहां पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से गठित टीम जांच करेगी। अभियान के तहत तीन वर्ष से नौ वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा। दिसंबर के बाद छात्रों ने क्या सीखा है इसका भी मूल्यांकन अगले वर्ष फरवरी में किया जाएगा।
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