Kannauj: जांची गई हाजिरी तो खुली पोल; छह एडीओ समेत 43 कर्मचारी मिले गायब, रोका वेतन, तीन दिन में मांगा गया स्पष्टीकरण

Kannauj: जांची गई हाजिरी तो खुली पोल; छह एडीओ समेत 43 कर्मचारी मिले गायब, रोका वेतन, तीन दिन में मांगा गया स्पष्टीकरण

कन्नौज, अमृत विचार। दिवाली व भैयादूज हो जाने के बाद छठ पूजा भी शुरू हो गई है लेकिन कई कर्मियों की खुमारी नहीं उतरी है। जिले के आठों ब्लॉकों में बुधवार की सुबह अधिकारियों व कर्मियों की हाजिरी जांची गई जिसमें छह एडीओ समेत 43 कर्मचारी गैरहाजिर मिले। अनुपस्थित मिले कर्मियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। सभी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। न देने पर मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। 

सीडीओ रामकृपाल चौधरी ने बताया कि शासन व डीएम शुभ्रान्त शुक्ल के निर्देश पर हुए विकास खंडों के निरीक्षण में कुल 43 कर्मचारी गैरहाजिर मिले। इसके बाद सभी बीडीओ को पत्र जारी किया गया है। जिन विभागों के कर्मी गैरहाजिर मिले हैं उनके विभागाध्यक्षों को भी कार्रवाई के लिए चिट्ठी लिखी गई है। खास बात यह है कि कुछ कर्मचारी तो तीन दिन से लगातार अनुपस्थित मिले हैं। पत्र के मुताबिक अनुपस्थित मिले 43 कर्मियों में से 10-10 कर्मी ऐसे हैं जो तीन दिन और दो दिन से लगातार ब्लॉकों में नहीं पहुंच रहे हैं। बताया गया है कि बुधवार की सुबह नौ बजकर 55 मिनट पर जिले से मैसेज पास हुआ कि सभी ब्लॉकों से कर्मियों व अधिकारियों की हाजिरी सवा 10 बजे तक भेज दी जाए। 

कार्यालयों से यह मिले नदारद

निरीक्षण रिपोर्ट में कन्नौज में सतेंद्र सिंह, जलालाबाद में दीपचंद्र, प्रभाष चंद्र, गोवर्धन व राजेश कनौजिया, गुगरापुर ब्लॉक में कमलेश कुमार, संजीव यादव, देवेंद्र कुमार, जासुमन रैदास व घनश्याम, तालग्राम में सुबोध कटियार, अरुणेश रावत, रविकांत दुबे, जमाल अहमद, प्रतीक शुक्ल, संजय कुमार, कैलाश बाबू, कृष्णकांत दुबे, मुजीब अहमद, राजीव गुप्ता, बृजेश कुमार व विनोद कुमार, छिबरामऊ में वेद प्रकाश सक्सेना व मयंक प्रताप सिंह, सौरिख में आशुतोष राजपूत, बृजेश कुमार, इति दीक्षित, रामतीर्थ मिश्र, संजीव कुमार, विजय किशोर, उपेंद्र कुमार, विरेंद्र कुमार, रोहित गिहार, कीर्ति शाक्य व संदीप कुमार, हसेरन में रमेश चंद्र, सर्वेश कुमार, छाया, शैलेश कुमार, प्राची गुप्ता व दिलीप कुमार और उमर्दा में अंशिता श्रीवास्तव व प्रशांत कुमार गैरहाजिर बताए गए हैं। 

कुछ कर्मी दो जगह की संभाले जिम्मेदारी

बताया गया है कि निरीक्षण में जो गैरहाजिर मिले हैं उनमें कुछ कर्मी ऐसे हैं जो दो जगह की जिम्मेदारी निभाते हैं। इस वजह से वह ब्लॉकों में नहीं मिले। बीओ पीआरडी अंशिता श्रीवास्तव उमर्दा ब्लॉक में नहीं मिलीं लेकिन वह विकास भवन स्थित कार्यालय में कार्यवाहक जिला युवा कल्याण अधिकारी की जिम्मेदारी निभा रहीं थीं। इसी तरह मुजीब अहमद तालग्राम ब्लॉक की बजाय विकास भवन में ड्यूटी कर रहे थे।

सीडीओ को नहीं दिखाई प्रगति पुस्तिका, बाबू का वेतन रुकेगा

विकास भवन में स्थित कार्यालयों के रोस्टर के तहत निरीक्षण हो रहे हैं। बुधवार को यूपी नेडा कार्यालय की हकीकत देखी जानी थी लेकिन विभागीय योजनाओं की प्रगति पुस्तिका नहीं दिखाई गई। इस पर सीडीओ ने नाराजगी जताई और बाबू का वेतन रोकने का निर्देश दिया।  

सीडीओ राम कृपाल चौधरी ने परियोजना अधिकारी यूपी नेडा आनंद दीक्षित को पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि पूर्व निर्धारित रोस्टर के तहत वह कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उनको प्रगति पुस्तिका की बजाय रिपोर्ट के अलग-अलग पन्ने दिए गए। इससे विभागीय योजनाओं की समीक्षा व निरीक्षण नहीं हो सका। इस पर सीडीओ ने आपत्ति व उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना बताई। 

इसको लेकर तीन दिन में पीओ नेडा से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीडीओ ने वरिष्ठ लिपिक चंद्रकेश का नवंबर का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि सीडीओ की बिना अनुमति के कर्मी का वेतन आहरित न किया जाए। इसके अलावा सीडीओ ने मत्स्य विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया। मछली पालन, तालाब के पट्टी समेत अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की।

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