अलीगढ़: अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा ओवरलोडिंग का खेल
अलीगढ़, अमृत विचार: अलीगढ़ में खनन और परिवहन विभाग की मिली भगत से ओवरलोडिंग का काला कारोबार जमकर चल रहा है। बालू बदरपुर और और रोड़ी की पार्किंग के ठेके और एंट्री के नाम पर ओवरलोड गाड़ियां सड़कों को तो छलनी कर ही रही हैं। वहीं सरकार के नियमों की भी धज्जियां उड़ा रही हैं, लेकिन अफसर आंखें मूंदे बैठे हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार को प्रकाश में आया जहां अफसर तो चैन की नींद सोते मिले लेकिन ट्रांसपोर्टरों ने एक ऐसे ओवरलोड वाहन को पकड़ लिया, जिसपर ना तो कोई कागज थे बल्कि उस एक ही ट्रक पर अलग-अलग नंबर प्लेट भी लगी हुई थी।
कागज मांगने पर खुला राज
ट्रांसपोर्टर हरवीर चौधरी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे संभल नंबर का ट्रक UP38T 3800 अनूपशहर रोड से स्थित सीमा धर्म कांटे से तुलाई के बाद वह बरौला की तरफ बढ़ा। इसी दौरान बाइक पर चल रहे एक ट्रांसपोर्टर को उसने टक्कर मार दी और भागने लगा।
इस पर ट्रांसपोर्टर ने अन्य ट्रांसपोर्टरों को सूचना देकर उस ट्रक को थाना बन्ना देवी क्षेत्र के बरोला पुल के नीचे पकड़ लिया। जब ट्रांसपोर्टरों ने उससे कागज मांगे तो वह आनाकानी करने लगा। बाद में दबाव बढ़ता देख उसने कागज दिखाए। इससे पता चला कि ट्रक पर फिटनेस, टैक्स और परमिट नहीं था। इसके अलावा रॉयल्टी भी किसी अन्य गाड़ी की कटी हुई मिली। इस पर ट्रांसपोर्टरों का माथा ठनका और नंबर प्लेट देखी तो उस ट्रक पर तीन अलग-अलग नंबर प्लेट दिखाई दीं।
हंगामा बढ़ने पर जागे अफसर
ट्रांसपोर्टरों ने बताया कि इसकी सूचना उन्होंने तुरंत परिवहन विभाग और खनन को दे दी थी बावजूद इसके कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया। लेकिन बाद में मामला बढ़ता देख थाना बन्ना देवी की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देखकर ट्रक पर मौजूद कंडक्टर उसकी चाबियां लेकर भाग गया, लेकिन पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया। बाद में जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इलेक्ट्रीशियन बुलाकर ट्रक को स्टार्ट कराया और थाने ले गई।
तीन नंबर प्लेट मिलीं
थाना प्रभारी बन्नादेवी ने बताया कि ट्रक पर सबसे पहले UP 38 T 3800 उसके पीछे UP 38 T 3508 और तीसरा नंबर UP 38 T 3321 लगा हुआ है। यह फर्जीवाड़े को दर्शाता है और इस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हर दिन होता है लाखों का काला कारोबार
ट्रांसपोर्टरों की माने तो अलीगढ़ में प्रतिदिन संभल से करीब 25 गाड़ियां काला बदरपुर लेकर आती हैं, इसके अलावा नागल से करीब 60 गाड़ियां रोड़ी लेकर आती हैं। ये सभी गाड़ियां अधिकारियों की मिलीभगत से ओवरलोड चल रही हैं।
कौन सी गाड़ी कितने पर पास
गाड़ी पास ओवरलोड
14 टायर 28 टन 50 टन
16 टायर 33 टन 55 टन
18 टायर 42 टन 60 टन
प्रतिदिन लाखों की राजस्व हानि
ओवरलोड पर खनन और परिवहन विभाग दोनों से अलग अलग जुर्माना लगाया जाता है। दोनों में ही पहले टन पर 25000 रुपए और उसके बाद प्रति टन 2000 रुपए वसूला जाता है। इस प्रकार से 60 टन की ओवरलोड गाड़ी पर लगभग 250000 रुपये का राजस्व वसूली होती है। इस प्रकार से प्रतिदिन लगभग दो करोड़ से अधिक की राजस्व चोरी की जा रही है।
परिवहन विभाग में ठोका जुर्माना
आरटीओ प्रवर्तन वंदना सिंह ने बताया कि वीडियो को थाने पर भेज कर ओवरलोडिंग में उसे पर जुर्माना लगा दिया है इसके अलावा फिटनेस और परमिट न होने की कार्यवाही भी की जाएगी। वहीं आरटीओ का कहना है कि विभाग लगातार ओवरलोड पर कार्यवाही कर रहा है। अब यह मामला संज्ञान में आया है, इस पर भी कार्यवाही की जाएगी।