Kundarki By Election : रसूखदार बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने को प्रत्याशियों ने शुरू की परिक्रमा
गांव और कस्बे के रसूखदार बुजुर्गों की सूची तैयार कराकर पहुंच रहे प्रत्याशी, बुजुर्ग मतदाताओं से सिर पर हाथ रखवाकर दुआएं लेने का सिलसिला तेज
मूंढापांडे, (मुरादाबाद), अमृत विचार। कुंदरकी उपचुनाव में मतदान की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रत्याशियों ने गतिविधियां तेज कर दी हैं। कुंदरकी उपचुनाव जीतने के लिए सभी दलों के प्रत्याशियों ने क्षेत्र के रसूखदार बुजुर्गों की परिक्रमा शुरू कर दी है। प्रत्याशी बुजुर्ग मतदाताओं से जीत का आशीर्वाद लेकर माहौल अपने पक्ष में बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। इसके लिए प्रत्याशियों के समर्थकों ने क्षेत्र के रसूखदार बुजुर्ग मतदाताओं की सूची तैयार कराई है और क्षेत्र में पहुंचते ही पहले उनका आशीर्वाद लेने की कोशिश करते हैं। मिशन बुजुर्ग सम्मान के तहत प्रत्याशी बाकायदा बुजुर्ग मतदाता का हाथ अपने सिर पर रखवाकर जीत का आशीर्वाद मांग रहे हैं।
कुंदरकी उपचुनाव भाजपा और सपा दोनों के लिए ही प्रतिष्ठा की लड़ाई बना हुआ है। सपा अपनी जीती हुई सीट को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही है, जबकि भाजपा इस सीट को जीतकर प्रदेश सरकार के प्रति लोगों में बढ़ा विश्वास दिखाना चाह रही है। इसके साथ ही बसपा, एआईएमआईएम और असपा भी लड़ाई को अपनी ओर मोड़ने की कवायद में जुटी हैं। कुंदरकी उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार धीरे-धीरे गति पकड़ने लगा है। इस दौरान उम्मीदवारों का सबसे ज्यादा ध्यान क्षेत्र के 70- 80 वर्ष के बुजुर्ग एवं बिरादरी में रसूख रखने वालों की ओर है। प्रत्याशी ऐसे बुजुर्ग मतदाताओं की परिक्रमा में जुट गए हैं तो बिरादरी पर मजबूत पकड़ के साथ अपनी बात मनवाने का भी दम रखते हैं।
विधानसभा 2022 के चुनाव में मिशन बुजुर्ग सम्मान का नतीजा लोग देख चुके हैं। उसी को ध्यान में रखकर उप चुनाव में प्रचार अभियान तेज होने के साथ ही मिशन बुजुर्ग सम्मान भी शुरू हो गया है। सियासी दलों का प्रयास ये है कि प्रचार अभियान में रसूखदार बुजुर्ग मतदाता उनका साथ दें, जिससे उनके पक्ष में माहौल बन सके। प्रत्याशी अधिक से अधिक रसूखदार बुजुर्गों से आशीर्वाद लेने पहुंच सकें, इस बाबत उम्मीदवार और उनके समर्थकों ने ऐसे मतदाताओं की सूची बनाना शुरू कर दी है। उपचुनाव में प्रत्याशियों का फोकस सामान्य मतदाताओं से ज्यादा बुजुर्ग मतदाताओं पर बढ़ा है। प्रत्याशियों का मानना है कि एक सम्मानित बुजुर्ग मतदाता अपने खानदान के अलावा दीगर मतदाताओं का भी रुख मोड़ने में सहायक हो सकते हैं। यही वजह है कि भाजपा, सपा, बसपा, एआईएमएएम और असपा के प्रत्याशी बुजुर्ग मतदाताओं का आर्शीवाद लेने से नहीं चूक रहे हैं।
दस हजार बुजुर्ग मतदाता करेंगे मतदान
समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जा रही वृद्धावस्था पेंशन के आंकड़ों के तहत कुंदरकी विस क्षेत्र में दस हजार से अधिक मतदाता 60 से 80 साल तक के हैं। विकास खंड मूंढापांडे में 5781, विकास खंड डींगरपुर में 3810, विकास खंड भगतपुर टांडा के गांव चूहानगला, सरदार नगर, सीकमपुर पांडे, हमीरपुर, जैतुपर, नकटपुरी कलां में कमोबेश 288 और विकास खंड मुरादाबाद से जुड़े गांव भैंसिया, गोट, ककरघटा, साहूनंगला में सौ से अधिक बुजुर्ग और कमोबेश ढाई हजार दिव्यांगजन मतदाता हैं। ये सभी उप चुनाव में अपने मत का इस्तेमाल करेंगे।
मतदाताओं की राय
गांव वीरपुर बरियार के 75 वर्षीय पूर्व प्रधान हाजी रशीद अहमद उर्फ भैया जी कहते हैं कि प्रचार के दौरान सभी प्रत्याशी आशीर्वाद लेने आ रहे हैं। गांव के अन्य बुजुर्गों के पास भी प्रत्याशियों के आने-जाने का सिलसिला जारी है।
ग्राम जगरम्पुरा के 70 वर्षीय पूर्व प्रधान ठाकुर देवेंद्र सिंह कहते हैं कि लोकतंत्ऱ में वोट मांगने और देने का अधिकार सभी को है। आशीर्वाद लेने के लिए उम्मीदवारों की आवाजाही जारी है। बुजुर्गों का आशीर्वाद काम भी आता है।