हल्द्वानी: 149 करोड़ की लागत से बदलेगी शहर की पेयजल व्यवस्था

हल्द्वानी: 149 करोड़ की लागत से बदलेगी शहर की पेयजल व्यवस्था

हल्द्वानी, अमृत विचार। नगर निगम क्षेत्र में जल्छ ही हर घर को जल्द ही मीटर के अनुसार पानी का बिल देना होगा। नई पेयजल लाइन के साथ ही मीटर लगाने के लिए जल निगम ने डीपीआर बना कर मुख्यालय भेज दी है। इसके अनुसार अप्रैल 2025 से मीटर के आधार पर बिल मिलने शुरू हो जाएंगे। ऐसे में लोगों को पानी के उपयोग के अनुसार धनराशि विभाग को देनी होगी। 

हल्द्वानी के शहरी क्षेत्र में जल संस्थान अभी पेयजल उपयोग के लिए हर तीन माह में फिक्स धनराशि का बिल घरों मे भेजता है, लेकिन अब पानी के उपयोग के अनुसार बिल की वसूली के लिए जल निगम ने कार्ययोजना बना ली है। विभाग ने नगर निगम के पुराने 33 वार्डों की गलियों में पेयजल लाइनें बदलने के साथ ही मीटर लगाने के लिए 149 करोड़ की डीपीआर बनाकर मुख्यालय भेज दी है।

इसकी मंजूरी की घोषणा सीएम धामी ने 15 अक्तूबर को अपने हल्द्वानी में हुए कार्यक्रम में की है। विभाग के बनाए प्रस्ताव के अनुसार घरेलू और व्यवसायिक कनेक्शन पर मीटर लगाया जाएगा। इसको मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद नगर निगम क्षेत्र में लोगों को खर्च किए गए पानी के आधार पर मीटर में आई रीडिंग के अनुसार बिल जमा करना होगा। 

159 करोड़ की लागत से बदलेगी मुख्य सप्लाई लाइन 
शहर में चार दशक पहले बिछाई गई पेयजल की मुख्य सप्लाई लाइनें क्षतिग्रस्त होने से हर दिन लीकेज की समस्या बनी रहती है। इसके समाधान के लिए नई लाइन बिछाए जाने के जल निगम के 195 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को शासन से बजट की मंजूरी मिल गई है। इसमें पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए शीशमहल में 26 एमएलडी का नया फिल्टर प्लांट भी बनाया जाएगा।

नए 27 वार्डों में लगेगा पानी का मीटर
नगर निगम में शामिल 27 नए वार्ड में उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) पेयजल योजना पर काम कर रही है। इसके लिए वार्डों में लाइन बिछाई जानी शुरू कर दी गई है। परियोजना के अनुसार हर घर में मीटर भी लगाया जाना है। इनके लगने पर निगम के सभी वार्ड के घरों में मीटर लग जाएंगे। 


शहर की पेयजल व्यवस्था को ठीक करने के लिए डीपीआर बनाकर मुख्यालय भेजी गई है। इसमें गलियों की पेयजल लाइनें बदली जाने के साथ ही हर कनेक्शन पर मीटर लगाए जाएंगे।  

- एके कटारिया, अधिशासी अभियंता,  जल निगम

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