सरकारी अस्पतालों में 12 बजे तक खुली रहेगी ओपीडी, डॉक्टरों का बना ड्यूटी चार्ट, 200 बेड आरक्षित
लखनऊ, अमृत विचार: सरकारी अस्पतालों में 31 अक्टूबर दिवाली के दिन ओपीडी का संचालन 12 बजे तक होगा। चिकित्सा संस्थानों में अवकाश रहेगा। अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों की इमरजेंसी 24 घंटे संचालित रहेगी। बलरामपुर, सिविल, बीआरडी महानगर, लोकबंधु, डफरिन समेत सभी सरकारी अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी में 31 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तक ओपीडी में इलाज मिलेगा। केजीएमयू, लोहिया, पीजीआई, कैसर संस्थान, आयुर्वेद व होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में दीपावली पर गुरुवार को पूरा दिन छुट्टी रहेगी यानी ओपीडी का संचालन नहीं होगा। इमरजेंसी में ही इलाज मिलेगा। 1 नवंबर को रोजाना की तरह ही ओपीडी चलेगी। 2 और 3 नवंबर को त्योहार के चलते ओपीडी दोपहर 12 बजे तक ही रहेगी।
200 बेड आरक्षित
दिवाली पर कोई भी घटना, दुर्घटना होने पर लोगों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में 200बेड आरक्षित किए गए हैं। डॉक्टर और स्टाफ का ड्यूटी चार्ट बनाने के साथ इमरजेंसी में जरूरी दवाइयों का स्टॉक लिया गया है। सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इमरजेंसी हेल्पलाइन पर लोग 24 घंटे इलाज से सम्बंधित जानकारी ले सकेंगे।
24 घंटा ओपन रहेगी इमरजेंसी
दिवाली पर आतिशबाजी से झुलसने और फूड प्वाइजनिंग के केस बढ़ जाते हैं। इसे देखते हुए केजीएमयू, बलरामपुर, लोहिया संस्थान , सिविल, लोकबंधु, भाऊराव देवरस, रानी लक्ष्मीबाई, ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल व सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 200 बेड आरक्षित किए गए हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए डफरिन, झलकारीबाई, केजीएमयू के क्वीनमेरी में व्यवस्था चाक चौबंद रहेंगी। गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू-वेंटिलेटर यूनिट में 20 बेड आरक्षित किए गए हैं। 19 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की इमरजेंसी में पांच-पांच बेड आरक्षित किए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर अन्य बेडों पर भी भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जाएगा। एम्बुलेंस सेवा 102 व 108 की भी अतिरिक्त ड्यूटी लगाने के आदेश दिए गए हैं।
बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि 11 बेड आरक्षित किए गए हैं। ब्लड स्टोरेज और दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक है। इमरजेंसी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की ऑनकॉल ड्यूटी लगाई गई है। इसमें जनरल सर्जन, नेत्र, ईएनटी समेत अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हैं। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया 25 बेड बर्न यूनिट व आठ बेड इमरजेंसी में आरक्षित किए गए हैं। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि बर्न यूनिट में छह बेड रिजर्व किए गए हैं। जनरल सर्जन, सांस और ऑर्थोपेडिक मरीजों के लिए भी छह-छह बेड रखे गए हैं। हल्के जले हुए मरीजों के लिए प्राथमिक इलाज की व्यवस्था की गई है। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि इमरजेंसी में 20 बेड आरक्षित रहेंगे। सभी विभागों में बेड भी खाली रखने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य परिसर व मातृ शिशु रेफरल हॉस्पिटल की इमरजेंसी पूर्व की भांति संचालित होंगी। सभी जरूरी सुविधाएं जुटा ली गई हैं। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि फिलहाल 20 बेड आरक्षित किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ा दी जाएगी।
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