अमरोहा: मारपीट के मामले में विशेष समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर भड़का गुस्सा

पारा खालसा गांव का मामला, एसडीएम, सीओ ने पीड़ित परिवार को समझाकर घर भेजा

अमरोहा: मारपीट के मामले में विशेष समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर भड़का गुस्सा

मंडी धनौरा, अमृत विचार। मंडी धनौरा तहसील क्षेत्र के पारा खालसा गांव में मारपीट के मामले में पुलिस पर विशेष समुदाय के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर गांव से पलायन की चेतावनी देने वाला परिवार सोमवार को गांव छोड़कर जाने लगा। इसकी जानकारी जब गांव के अन्य लोगों को हुई तो ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के समर्थन में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गांव के बाहर फीना मार्ग पर जाम लगा दिया। लोग 3 घंटे तक मार्ग पर डटे रहे। सूचना के बाद आसपास के गांवों के लोगों ने पीड़ित परिवार को गांव के बाहर रोक लिया। इस बीच एसडीएम और सीओ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। बाद में पुलिस ने उन्हें समझाकर घर भेज दिया। पुलिस ने देर शाम पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मारपीट के सात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

मंडी धनौरा तहसील क्षेत्र के पारा खालसा गांव में पाल समाज के छत्रपाल का परिवार रहता है। उनका आरोप है कि 20 अक्टूबर को गांव में विशेष समुदाय के लोगों ने उनके घर में घुसकर उनके बच्चों को मारा पीटा था। इस संबंध में उन्होंने पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पीड़ित परिवार ने इसे लेकर दो दिन पहले अपने घर के बाहर दीवार पर पोस्टर लगाकर पलायन करने की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। इससे गुस्साए छत्रपाल के परिवार के लोग सोमवार को घर का सामान ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर जाने लगे। इससे ग्रामीणों में रोष फैल गया। उन्होंने फीना मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को मनाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीण मौके पर आला अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। इस दौरान प्रांत गोरक्षा प्रमुख हेमंत सारस्वत, जिलाध्यक्ष अशोक सैनी, जिला मंत्री विपिन शर्मा, जिला संयोजक कुशल और ग्रामीण मौजूद रहे। इस संबंध में ढींगरा पुलिस चौकी प्रभारी अनिल त्यागी ने बताया कि ग्रामीण पलायन करने की बात कह रहे थे। वे सड़क पर बैठे थे, लेकिन उन सभी लोगों को समझा बुझाकर गांव में उनके घर भेज दिया गया है। चौकी प्रभारी ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर पर मारपीट के आरोप में सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।