बरेली: सालों से स्कूल आकर नहीं झांका, अब पांच शिक्षकों की सेवा समाप्त
आलमपुर सहित तमाम ब्लॉकों में और भी शिक्षक लंबे समय से चल रहे नदारद
बरेली, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा के तहत लंबे समय से स्कूलों से नदारद चल रहे पांच शिक्षकों की जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सेवा समाप्त कर दी है। बर्खास्त शिक्षक विभाग को बिना सूचना के 4-5 सालों से अनुपस्थित चल रहे थे। शासकीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही के आरोपों में शिक्षकों को विभाग की ओर से कई बार नोटिस भेज कर उनका पक्ष रखने को कहा गया था। लेकिन किसी शिक्षक ने अपना पक्ष नहीं रखा। शिक्षकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कारवाई खंड शिक्षा अधिकारियों की संस्तुति के आधार पर हुई है। शिक्षकों की सेवा समाप्ती के संबंध में महानिदेशक को भी पत्र भेजकर सूचित कर दिया गया है।
चार साल से लगातार अनुपस्थित चल रही थी शिक्षिका
बहेड़ी के इटौआ धुरा उच्च प्राथमिक स्कूल में कार्यरत सहायक अध्यापक करिश्मा गुप्ता जुलाई 2020 से लगातार विभाग को बिना सूचना के अनुपस्थित चल रही थीं। अनुपस्थित शिक्षिका को खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से कई बार नोटिस भेजकर जवाब मांगा लेकिन शिक्षिका की ओर से कोई जवाब विभाग को नहीं दिया गया। इसके बाद शिक्षिका के विरुद्ध विभाग की ओर से त्रिस्तरीय अनुशासनिक जांच समिति बनाई गई। समिति की जांच में भी शिक्षिका दोषी पाई गईं थी। इस बीच शिक्षिका ने दो साल का अवैतनिक अवकाश के लिए भी आवेदन किया था। भुता के खानपुर प्राथमिक विद्यालय में बतौर सहायक शिक्षिका शिवांगी भी फरवरी 2020 से स्कूल से निरंतर अनुपस्थित चल रही थीं। फतेहगंज के अधकटा ब्रह्मानन प्राथमिक स्कूल में बतौर सहायक अध्यापक रहे अमित कुमार भी नवंबर 2020 से अनाधिकृत तरीके से लगातार अनुपस्थिति चल रहे थे। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक शिक्षकों ने अंतिम नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है न ही अपने जवाब का प्रमाण उपलब्ध कराया। जांच समिति की रिपोर्ट के मुताबिक शासकीय कार्यों में दोषी पाए जाने पर सेवा समाप्ती की संस्तुति की गई थी।
2019 से नदारद शिक्षक ने नहीं दिया नोटिस का जवाब
फरीदपुर के बरगवां प्राथमिक स्कूल में नियुक्त सहायक अध्यापक अशोक कुमार मई 2019 से अब तक स्कूल गए ही नहीं, विभागीय सूचना दिए बिना ही छुट्टी काटते रहे। इन्हें लंबे समय तक अनुपस्थित रहने और अपने पदीय दायित्वों में घोर लापरवाही बरतने के दोष में बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा सेवा समाप्त शिक्षकों की सूची में फतेहगंज के लालपुर प्राथमिक स्कूल में कार्यरत सहायक अध्यापिका मधु शर्मा भी शामिल है। शिक्षिका मार्च 2019 से अनुपस्थित चल रही थी। अनुशासनिक जांच समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में शिक्षकों को दोषी बताते हुए बर्खास्त करने की कार्रवाई की संस्तुति की थी। शिक्षक के विरुद्ध बीएसए ने सेवा शर्तों के विपरीत आचरण का दोषी पाए जाने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की है।
बिहारीपुर प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका सालों से चल रही नदारद
विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी शिक्षकों की मनमर्जी से स्कूल आने जाने पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लगा पा रहा है। विभागीय अधिकारियों की साठ गांठ की बदौलत जिले के तमाम स्कूलों में शिक्षक बिना स्वीकृत अवकाश के अवैधानिक रूप से छूट्टियां काट रहे हैं। हालांकि स्कूलों में हर माह एआरपी, बीईओ और तमाम विभागीय कर्मियों को स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों के मूताबिक निरीक्षण के दौरान अधिकारी संज्ञान में आने के बाद भी ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते। आलमपुर जाफराबाद के बिहारीपुर प्राथमिक स्कूल में भी यहीं हाल है। यहां प्रधानाध्यापक सहित कुल तीन शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें से एक शिक्षिका कई सालों से स्कूल आती ही नहीं , इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है। 24 अकटूबर तक की उपस्थिति पंजिका के मुताबिक जुलाई माह में शिक्षिका ने सीसीएल (चाइल्ड केयर लीव ) लिया है। अगस्त में 7 दिन के हस्ताक्षर के अलावा बाकी दिनों एमएल (मेडिकल लीव) दर्ज है। सितंबर माह में भी एमएल दर्ज है और 24 अक्टूबर तक के सभी कॉलमों में हस्ताक्षर नही है।
जानिए क्या बोले बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि बर्खास्त शिक्षकों की बर्खास्तगी से पूर्व तीन चरणों में विधिवत जांच की गई हैं। बाकायदा पत्र भेजने के साथ अंतिम नोटिस भी भेजा गया था लेकिन शिक्षकों ने जवाब नहीं दिया और जिन शिक्षकों ने अपना पक्ष रखा वह भी प्रमाणिक नहीं रहे। बिहारीपुर स्कूल के संबंध में स्कूल के सभी पंजिकाओं को मांगा गया है। इस संबंध में जांच कर शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।