मुरादाबाद : धनतेरस के साथ कल से शुरू होंगे पंच पर्व, यम द्वितीया तक चलेंगे...जानें क्या करें और क्या न करें?

पंच पर्व के पांच दिनों में यमराज, वैद्यराज धनवंतरि, लक्ष्मी-गणेश, हनुमान जी, मां काली और भगवान चित्रगुप्त की पूजा का विशेष विधान

मुरादाबाद : धनतेरस के साथ कल से शुरू होंगे पंच पर्व, यम द्वितीया तक चलेंगे...जानें क्या करें और क्या न करें?

पं.सुरेंद्र कुमार शर्मा व पं. अखिलेश पांडेय

मुरादाबाद, अमृत विचार। दिवाली का त्योहार अपने साथ पांच पर्व लेकर आता है। धनतेरस से शुरू होने वाले पांचों पर्व यम द्वितीया तक चलते हैं। इन पांच दिनों में शास्त्रों में इन पांच दिनों को यम पंचक कहा गया है। इन पांच दिनों में यमराज, वैद्यराज धनवंतरि, लक्ष्मी-गणेश, हनुमान जी, मां काली और भगवान चित्रगुप्त की पूजा का विशेष विधान है। अमावस्या की तिथि एक दिन से ज्यादा रहने के कारण इस वर्ष पंच दिवसीय दीप पर्व छह दिनों में पूरा होगा।

ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार धनतेरस का त्योहार दीवाली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाता है। धनतेरस का नाम ''धन'' और ''तेरस'' से बना है। इसमें धन का अर्थ संपत्ति और समृद्धि है और तेरस का अर्थ हिंदू कैलेंडर की 13वीं तिथि है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, साथ ही यह दिन कुबेर और लक्ष्मी माता की पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार धनतरेस का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।

इस वर्ष यह तिथि 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी। उन्होंने बताया कि त्रयोदशी तिथि का समापन 30 अक्टूबर को दिन में 1 बजकर 15 मिनट पर होगा। इस दिन प्रदोष काल शाम 5 बजकर 38 मिनट से रात 8 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। धनतेरस के लिए 29 अक्तूबर को गोधूलि काल शाम 6 बजकर 31 मिनट से रात 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। धनतेरस के पूजन के लिए एक घंटा 42 मिनट का समय रहेगा।

धनतेरस पर सोना-चांदी, गहने और बर्तन खरीदना शुभ
आचार्य पंडित गौरव कौशिक के अनुसार धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है। इसमें खरीदारी करना शुभ माना जाता है। 29 अक्तूबर को खरीदारी का पूरा दिन मुहूर्त रहेगा। शास्त्रों में धनतेरस के दिन सोना, चांदी, बर्तन, गहने या अन्य कीमती सामान खरीदने का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन जो भी चीजें खरीदी जाती हैं, वह घर में समृद्धि का आगमन करती हैं। कुछ लोग इस दिन नए वाहन, संपत्ति या अन्य महत्वपूर्ण चीजों की भी खरीदारी करते हैं। इसके साथ ही आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक्स और नए उपकरण धनतेरस पर खरीदना शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित अखिलेश पाण्डेय के अनुसार ज्योतिष शास्त्र का मानना है कि अगर इस शुभ अवसर पर राशि के अनुसार खरीदारी की जाए तो धन में 13 गुना वृद्धि होती है। धनतेरस खासकर धातु की वस्तुओं की खरीदी के लिए शुभ है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह समृद्धि और सौभाग्य लाता है।

धनतेरस पर क्या करें और क्या न करें
ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार धनतेरस पर सोने और चांदी या बर्तन की खरीदारी करनी चाहिए। इसके साथ ही भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। घर की साफ-सफाई और सजावट करनी चाहिए। वहीं धनतेरस के दिन किसी से न कर्ज लेना चाहिए और न ही कर्ज देना चाहिए। इस दिन अशुद्ध स्थानों पर पूजा नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही क्रोध और नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए।

धनतेरस के त्योहार का मुख्य संबंध यमराज की आराधना से है। आयुर्वेद के प्रवर्तक धन्वंतरि की जयंती भी इसी दिन होती है। वैद्य समाज को धन्वंतरि का पूजन कर सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करनी चाहिए जबकि गृहस्थ लोगों को दीप जलाकर यमराज से अकाल मृत्यु टालने की प्रार्थना करनी चाहिए। -ज्योतिषाचार्य पं. सुरेंद्र कुमार शर्मा, श्री हरि ज्योतिष संस्थान

धनतेरस के दिन सही मुहूर्त में पूजा अर्चना करने पर कई तरह के अच्छे बदलाव देखने को मिलते हैं। आर्थिक संपन्नता के लिए इस दिन पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही जो लोग आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल हैं, वह इस दिन मंत्रों का उच्चारण करके और ध्यान करके उन्नति प्राप्त कर सकते हैं।-ज्योतिषाचार्य पं. अखिलेश पाण्डेय, ज्योतिष विज्ञान नवग्रह अनुसंधान वास्तु केंद्र

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