कासगंज : किसानों की समस्याओं को लेकर लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन स्वराज का धरना
भाकियू स्वराज के नेतृत्व में सैकड़ो किसान नेताओ ने दिया धरना
कासगंज, अमृत विचार। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए भारतीय किसान यूनियन स्वराज पूरी दमदारी के साथ प्रयासरत है, तभी तो यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने लखनऊ पहुंचकर धरना दिया है।
भारतीय किसान यूनियन स्वराज आए दिन आंदोलन कर रही है। अब किसान नेताओं के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कासगंज के किसान लखनऊ मुख्यालय पहुंचे हैं और वहां बीज के दामों में हुई बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय ने बताया कि बढ़ती एमआरपी से किसानों का नुकसान हो रहा है। 10 रुपए की चीज पर एमआरपी प्राइस 100 से 150 रुपए तक लगाई जाती है, जिससे आम जनमानस और किसान को गुमराह किया जाता है। इससे किसान, मजदूर, और बेरोजगार वर्ग काफी परेशान है और उनकी जेब ढीली हो रही है।
सन् 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी लागू करने से पहले कहा था कि किसान-मजदूर को एमआरपी प्रिंट से ऊपर नहीं देना पड़ेगा। मगर कॉर्पोरेट कंपनियां 50 रुपए की चीज पर 200 रुपए एमआरपी डालकर गुमराह कर रही हैं, जिससे दुकानदार अपने मनमाने तरीके से अवैध रेट वसूली करते हैं। 5 रुपए की चीज को 50 रुपए में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि क्या जीएसटी इसी बात के लिए लागू की गई ताकि किसान-मजदूर की जेब व्यापारियों द्वारा काटी जा सके? उन्होंने सरकार से एमआरपी घटाकर फिक्स प्रिंट रेट पर बिक्री की मांग की। उन्होंने बताया कि अगर प्रिंट रेट ठीक नहीं किए गए तो किसान नेता उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
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