शाहजहांपुर: पेंशन बहाली पर बात करे सरकार, नहीं तो अबकी चुनाव में आर या पार

खिरनी बाग स्थित जीआईसी खेल मैदान में कर्मचारियों ने नारेबाजी कर किया प्रदर्शन

शाहजहांपुर: पेंशन बहाली पर बात करे सरकार, नहीं तो अबकी चुनाव में आर या पार

शाहजहांपुर, अमृत विचार। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर में शनिवार को बाइक रैली निकाली गई। खिरनीबाग स्थित राजकीय इंटर कॉलेज खेल मैदान से शुरू हुई। रैली में शामिल हुए कर्मचारी नारे लगा रहे थे कि पेंशन हक है, लेकर रहेंगे, पेंशन बहाली पर बात करे सरकार, अन्यथा अबकी चुनाव में आर या पार। रैली टाउनहाल, दुर्गा होटल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची, जहां कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट दुर्गेश यादव को सौंपा।

इस दौरान ऑल इंडिया एनपीएस एम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मंजीत सिंह पटेल ने कहा कि केंद्र सरकार की नौकरियों में एक जनवरी 2004 व  प्रदेश सरकार की नौकरियों में एक अप्रैल 2005 से पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर नवीन अंशदायी पेंशन योजना को लागू कर दिया गया है, जिससे उक्त तिथि के बाद नियुक्त शिक्षक , कर्मचारी , अधिकारी अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। नयी पेंशन व्यवस्था को लेकर शिक्षकों , कर्मचारियों , अधिकारियों में बहुत ही आक्रोश है। कुछ माह पूर्व सरकार ने कर्मचारियों को एक नया शिगूफा यूपीएस के रूप में दिया है, वर्तमान परिदृश्य में यूपीएस देखा जाए, तो एनपीएस से भी गई गुजरी है। सरकार कर्मचारियों की व्यथा सुनने की अपेक्षा उनके शोषण पर पूरी तरह आमादा है जोकि स्वीकार नहीं है। पंचायतीराज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष बसंत लाल गौतम ने कहा कि पुरानी पेंशन को समाप्त कर दिए जाने से प्रदेश के 20 लाख युवा शिक्षकों , कर्मचारियों , अधिकारियों में भारी निराशा है। इस कारण से लगभग 65 लाख से अधिक व्यक्ति प्रभावित हो रहे हैं। जबकि राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई है, तो पश्चिम बंगाल में पुरानी पेंशन दी जा रही है। एक देश में दो विधान यह कैसा न्याय है?

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खुद को ठगा महसूस कर रहे कर्मचारी
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री जेपी पांडेय ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के सन्दर्भ में पूर्व में कई बार पत्राचार सरकार से कर उनका ध्यान आकर्षित किये जाने का प्रयास किया गया है लेकिन अभी तक कोई सार्थक कदम सरकार द्वारा नहीं उठाया गया है, जिससे कर्मचारी स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।  

17 नवंबर को दिल्ली करेंगे कूच
पंचायतीराज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विनोद छावला ने कहा कि सरकार को पता होना चाहिए जो कर्मचारी उनकी सरकार बना सकता है वह गिरा भी सकता है। ऑल इंडिया एनपीएस एम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अंकुर त्रिपाठी विमुक्त ने कहा कि केंद्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए प्रदेश से हजारों कर्मचारी 17 नवंबर को दिल्ली जंतर मंतर के लिए कूच कर रहे हैं। उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगी।

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