लखीमपुर खीरी: मिड डे मिल का हाल बेहाल... स्कूल में बच्चों को नहीं मिलता दूध 

डीएम ने बेसिक स्कूलों का निरीक्षण कर भोजन से पढ़ाई तक की परखी गुणवत्ता

लखीमपुर खीरी: मिड डे मिल का हाल बेहाल... स्कूल में बच्चों को नहीं मिलता दूध 

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार । बेसिक स्कूलों में शिक्षा व अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर जिलाधिकारी बेहद गंभीर हैं और लगातार स्कूलों का निरीक्षण कर शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने पर जोर दे रही हैं। विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी स्कूलों में अव्यवस्थाएं हावी हैं। स्थिति यह है कि मिड डे मिल योजना के तहत मिलने वाले दूध भी बच्चों को नहीं दिया जा रहा है। शुक्रवार को डीएम के संविलियन विद्यालय सदर का औचक निरीक्षण करने पर हुआ है। डीएम में  स्कूलों का निरीक्षण कर जरुरी सुधार करने के निर्देश दिए। हालांकि विभागीय अधिकारी आए दिन स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शैक्षिक गुणवत्ता और मूलभूत सुविधाओं में सुधार का दावा कर रहे हैं। 
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने पहले संविलियन स्कूल सदर पहुंची। गंदगी और झाड़ियां मिलने पर नाराजगी जताई। अधिकारियों को सफाई कराने के साथ झाड़ियां कटवाने के निर्देश दिए। बच्चों को परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता परखते हुए दिवाली से पहले बच्चों को भोजन की थाली देने के निर्देश देकर बच्चों से दूध और फल मिलने का सवाल किया। इस पर बच्चों ने दूध न मिलना बताया। डीएम ने एनजीओ पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही नगरीय क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए कहा। नौनिहालों को शैक्षिक स्तर जांचकर चॉकलेट वितरित की। इसके बाद डीएम पीएस नौरंगाबाद पहुंची। आंगनबाड़ी वर्कर एवं सहायिका को खेल-खेल में पढ़ाने और बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कहा। स्कूल का बरामदा उबड-खाबड़ मिलने पर कंपोजिट ग्रांट से ठीक कराने के निर्देश देकर बच्चों से भोजन की गुणवत्ता की हकीकत जानी। बच्चों ने दूध न मिलना बताया। पीएस राजापुर में मोटर खराब मिलने पर बीडीओ सदर भी ठीक कराकर पेयजल व्यवस्था सुचारू रूप से चालू रखने के कहा। प्रधानाध्यापिका से निपुण ग्रेडिंग बी होना बताया। इस पर ए ग्रेड लाने के लिए बेहतर काम करने के लिए कहा। शिक्षक डायरी का अनिवार्य रूप से प्रयोग कर बच्चों को अच्छे संस्कार देने के लिए कहा। यहां भी चॉकलेट्स दी। यूपीएस राजापुर में बिजली कनेक्शन न होने पर बीईओ ने बताया कि पोर्टल पर आवेदन हो चुका है। पोल की दूरी अधिक होने से बाधा आ रही है।इस पर विद्युत विभाग, बीएसए एवं बीडीओ को कनेक्शन कराने के निर्देश दिए। इस दौरान बीईओ से लेकर अन्य अधिकारी मौजूद रहे। 

शिक्षिका को मिला 10 दिन का समय, डीएम बोली फिर आकर परखेंगे शैक्षिक गुणवत्ता  
यूपीएस खीरी टाउन के निरीक्षण में डीएम क्लास पहुंची। बच्चों से ब्लैकबोर्ड पर गणित के जोड़, घटाना, गुणा एवं भाग के सवाल हल कराए। गणित में बच्चों की स्थित बेहतन न मिलने पर डीएम ने संबंधित शिक्षिका को दस दिन का समय देकर पुन: आकर शैक्षिक गुणवत्ता परखने की चेतावनी दी। साथ ही बच्चों से एमडीएम की जानकारी  लेकर सोयाबीन की बड़ी का महत्व बताते हए इसका सेवन करने की सलाह दी। यहां भी बच्चों न दूध न मिलना बताया। उपस्थिति पंजिका से बच्चों की संख्या का सत्यापन कर हाथ साफ कर भोजन करने, उठने के बाद और सोने से पहले ब्रश करने के फायदे बताए।