फहम लॉन: मालिक के भाई और वुडरो स्कूल के अध्यक्ष को बचाने में फंसी पुलिस, SSP ने लिया संज्ञान

फहम लॉन: मालिक के भाई और वुडरो स्कूल के अध्यक्ष को बचाने में फंसी पुलिस, SSP ने लिया संज्ञान

बरेली, अमृत विचार: सीलिंग की जमीन की खरीद-फरोख्त करने के मामले में फहम लॉन के मालिक आरिफ के भाई शरीफ और वुडरो कॉलेज के अध्यक्ष ऋषि वानी को बचाने में थाना बारादरी पुलिस फंस गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मामले का संज्ञान लेते हुए एसपी सिटी मानुष पारीक को पूरे मामले की जांच सौंप दी है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरिफ समेत छह लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।

15 फरवरी को लेखपाल जय नारायन ने बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जगतपुर में 3589 वर्गमीटर जमीन सीलिंग की है। यह जमीन राजस्व अभिलेखों में राज्य सरकार के नाम दर्ज है। सहसवानी टोला के सैय्यद मोहसिन और मोहम्मद आरिफ ने खुद को जमीन का स्वामी बताते हुए वुडरो स्कूल ऑफ सोसाइटी के अध्यक्ष ऋषि वानी और उपाध्यक्ष गुलवानी निवासी सिविल लाइंस के नाम बैनामा कर दिया। 

इसी तरह से जगतपुर में राजस्व अभिलेख में सीलिंग में दर्ज 468.53 वर्गमीटर जमीन को आरिफ और मोहम्मद शरीफ को बेचा गया। इस पर पक्का मकान और चारदीवारी बना ली गई। नवादा शेखान में 2009 वर्गमीटर सीलिंग की जमीन को चंपा देवी, द्वारिका, पप्पू, नेतराम ने खुशबू खान को बेच दिया गया। पिछले दिनों कमिश्नर के आदेश पर राजस्व विभाग ने जब सीलिंग की जमीन की जांच कराई तब मामला पकड़ में आया था।

जांच में यह भी पाया गया कि सीलिंग की जमीन की खरीद-फरोख्त करने वालों में सैय्यद मोहसिन, मोहम्मद कमर, सीताराम, चम्पादेवी, पप्पू, खुशबू, मोहम्मद आरिफ पुत्र मोहम्मद उस्मान की मृत्यु हो चुकी है। जांच में पाया था कि सिविल लाइंस भटनागर कॉलोनी निवासी ऋषि वानी, पुष्पा वानी, गुलवानी, मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद शरीफ निवासी बुखारपुरा के अलावा नेतराम और द्वारिका निवासी नवादा शेखान ने सीलिंग की जमीन की जबरदस्ती खरीद-फरोख्त कर क्षति पहुंचाई।

मुकदमे से गिरफ्तारी की धाराएं हटाकर जेल जाने से भी बचाया
मामले में विवेचक ने विवेचना में वुडरो कॉलेज के अध्यक्ष ऋषि वानी और फहम लॉन के मालिक आरिफ के भाई शरीफ का नाम मुकदमे से निकाल दिया जबकि ठाकुरदास का नाम जोड़ा गया। बारादरी पुलिस ने ठाकुरादास, पुष्पावानी, गुलवानी, मोहम्मद आरिफ, नेतराम और द्वारिका के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। विवेचना के दौरान पुलिस ने खेल करते हुए गिरफ्तारी की धाराएं भी हटा दीं और आरोपियों की गिरफ्तारी कर जेल भी नहीं भेजा। हैरानी की बात यह है कि कमिश्नर के आदेश पर सीडीओ की जांच के बाद लेखपाल ने रिपोर्ट लिखाई थी। इसके बावजूद बारादरी पुलिस ने मुकदमे की विवेचना करने में खेल कर दिया।

सीलिंग की जमीन कब्जाने और खरीद-फरोख्त के मामले में विवेचक ने छह आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करते हुए दो आरोपियों का नाम निकाला है। पूरे मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी- अनुराग आर्य, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक।

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