बरेली: बिना ट्रैक्टर चालक 55 एकड़ में खेती करा रहा जेल प्रशासन

कृषि फार्म में उगाई सब्जियां सेंट्रल जेल के साथ दूसरी जेलों में भी होती हैं सप्लाई

बरेली: बिना ट्रैक्टर चालक 55 एकड़ में खेती करा रहा जेल प्रशासन

बरेली,अमृत विचार। छह जिला जेलों को सब्जियों की सप्लाई करने वाला सेंट्रल जेल प्रशासन बिना ट्रैक्टर चालक 55 एकड़ में खेती करा रहा है। जेल मुख्यालय से यहां ट्रैक्टर चालक की नियुक्ति नहीं की गई है। यही वजह है कि हरपाल जैसे कैदियों से ट्रैक्टर चलवाना जेल प्रशासन की मजबूरी है।

सेंट्रल जेल प्रशासन करीब 55 एकड़ में गाजर, टमाटर, बैगन, मूली, लौकी जैसी सब्जियों की खेती कराता है। इन सब्जियों से सेंट्रल जेल के बंदियों के लिए तो खाना बनता ही है, जेल मुख्यालय ने शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर और रामपुर जिला जेल में भी सब्जी भेजने का लक्ष्य दिया हुआ है। जेल प्रशासन के पास ट्रैक्टर चालक न होने से खेती कराने में समस्याएं सामने आती हैं। मुख्यालय से सुभाषचंद्र को सेंट्रल जेल के लिए ट्रैक्टर चालक नियुक्त किया गया था लेकिन जुलाई में उनका फतेहगढ़ तबादला हो गया जिसके बाद यह पद खाली पड़ा है।  सेंट्रल जेल के जेलर नीरज कुमार ने बताया कि मुख्यालय से ट्रैक्टर चालक की नियुक्ति न होने के कारण जेल में 55 एकड़ की खेती कराना चुनौती है। कई बार जेल मुख्यालय के सामने प्रस्ताव रखा गया लेकिन किसी की नियुक्ति नहीं की गई है। 

हर बार मिला सिर्फ आश्वासन
जेल मुख्यालय के अधिकारियों के सामने सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने कई बार ट्रैक्टर चालक की नियुक्ति करने का प्रस्ताव रखा लेकिन हर बार आश्वासन से आगे यह बात नहीं बढ़ी। इस वजह से दूसरी जेलों को सब्जी भेजने का लक्ष्य पूरा करना भी जेल प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।