Global Handwashing Day 2024: साबुन से हाथ धोने से बीमारियों से होता बचाव, लोगों को जागरूक करतने के लिए मनाया जाता दिवस
कानपुर, अमृत विचार। हाथों को स्वच्छ रखकर न सिर्फ डायरिया से बचा जा सकता है बल्कि बच्चों को कुपोषित होने से रोका भी जा सकता है। हाथों की अच्छी तरह से सफाई करने से कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है। गंदे हाथों के जरिये मुंह व नाक के रास्ते कई बीमारियां शरीर में प्रवेश कर जाती हैं। इसलिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंड वाशिंग डे (विश्व हाथ धुलाई दिवस) मनाया जाता है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य व विभागाध्यक्ष वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. वीएन त्रिपाठी ने बताया कि अच्छी तरह से हाथ धोने से डायरिया, दस्त, निमोनिया, पेट दर्द, कुपोषण, कृमि संक्रमण, फ्लू, त्वचा संबंधी बीमारियों से बचाव होता है। ऐसा करने से बच्चे या युवा व बुजुर्ग सभी वर्ग के लोग 80 फीसदी बीमारियों से बचे रह सकते हैं। हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों व उनके तीमारदारों को भी समय-समय पर साबुन से अच्छी तरह से हाथों को जरूर धोना चाहिए।
सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि अगर हाथों की स्वच्छता का पूरा ख्याल रखा जाए तो निमोनिया और डायरिया की चपेट में आने में निश्चित रूप से बच्चों को बचाया जा सकता है। लंबे समय तक डायरिया की चपेट में रहने से बच्चे कुपोषण की भी जद में आ जाते हैं। बचपन से ही हाथों की सही सफाई की आदत बच्चों में डालना जरूरी है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि निमोनिया और डायरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए सबसे अच्छे, कम खर्चीले और सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है साबुन और पानी से हाथ धोना। इन बीमारियों से बचने के लिए साबुन का इस्तेमाल करना सबसे प्रभावी और किफायती तरीकों में से एक है।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. उरूज जहां ने बताया कि बच्चे को छूने व स्तनपान कराने से पहले, खाना बनाने व खाने से पहले, खांसने-छींकने के तुरंत बाद, बीमार व्यक्तियों की देखभाल और शौच के बाद साबुन से करीब 40 सेकेंड तक अच्छी तरह से हाथ जरूर धोएं। बाहर से घर आने पर पहले साबुन से हाथ व पैर अच्छी तरह धुलें।