Unnao: आवास की आस: प्रधानमंत्री जी! एक पक्का आवास दिला दो, तिरपाल के नीचे गुजर गई जिंदगी
औरास, उन्नाव, अमृत विचार। विकासखंड क्षेत्र के बछौली गांव निवासी निराश्रित वृद्धा रामदुलारी पत्नी राम अधार आर्थिक तंगी के चलते अभी तक कच्चे मकान में जीवन गुजार रही है। उसका कहना है कि देश को आजादी मिलने से अब तक कई बार सत्ता बदली लेकिन उसके मकान की हालत नहीं बदली।
वृद्ध महिला का कहना है कि वैसे तो प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत हर गरीब को आवास देने का वादा किया है। लेकिन, उनके अधीनस्थ अफसरों की लापरवाही के चलते उसको आज तक आवास नसीब नहीं हो सका। इसे पक्की छत का उसका सपना अब तक सपना ही रह गया। बताया कि कई बार उसने ब्लॉक अधिकारियों की चौखट पर परिक्रमा की लेकिन अब वह दौड़-दौड़कर थक चुकी है।
कहा कि कई बार प्रधान व जिम्मेदारों से गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई न हुई। उसके बड़े बेटे कन्हैयालाल की 15 साल पहले मौत हो चुकी है। छोटे बेटे मदन की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है जिसके चलते वह कच्ची दीवार में तिरपाल डालकर रह रहा है। कुछ वर्ष पहले बारिश में उसकी एक कच्ची दीवार ढह गई थी।
इसका संज्ञान लेकर एसडीएम हसनगंज ने लेखपाल से उसका सर्वे भी कराया था। जिसमें बारिश में दीवार गिरने की पुष्टि भी हुई थी। लेखपाल ने एसडीएम को इसकी रिपोर्ट भी पेश की थी। लेकिन, आज तक वृद्ध महिला को आवास न मिल सका है। वृद्धा ने जिलाधिकारी से उसे पक्का घर दिलाने की मांग की है।