उन्नाव में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी: पंडों को दान दक्षिणा देकर सुनी सत्यनारायण की कथा

गंगा तटों पर रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

उन्नाव में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी: पंडों को दान दक्षिणा देकर सुनी सत्यनारायण की कथा

उन्नाव, अमृत विचार। कार्तिक मास की पूर्णिमा पर शुक्रवार को हजारों श्रद्धालुओं ने मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। आज के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। जिस कारण गंगा तटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। नगर और आसपास के विभिन्न जनपदों से लोग गंगा के पवित्र जल में स्नान करने पहुंचे। 

इस दौरान श्रद्धालुओं ने न केवल स्नान किया, बल्कि गंगातट पर बैठकर पंडों से दान दक्षिणा कर पुण्य अर्जित किया। इसके बाद उन्होंने भगवान सत्यनारायण की कथा का श्रवण किया। गंगा तट पर कार्तिक मेला भी जमकर सजाया गया, जिससे श्रद्धालु यहां पर आस्था और भक्ति के साथ-साथ मेले का आनंद भी ले रहे थे।

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गंगा स्नान के महत्व के बारे में धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा सहित अन्य पवित्र नदियों और तीर्थ स्थलों में स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में इस दिन को विशेष महत्व दिया गया है, क्योंकि इस दिन गंगा स्नान करने से पूरे वर्षभर गंगा स्नान का फल मिलता है। 

इसके साथ ही घरों और मंदिरों में कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां तुलसी की विदाई भी बड़े धूमधाम से की गई। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की, पकवानों का भोग अर्पित किया और 16 श्रंगार का सामान समर्पित कर सुख और समृद्धि की कामना की।

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गंगा स्नान कर पापों से मुक्ति की कामना करते हैं श्रद्धालु

आगामी कुंभ के दौरान गंगा स्नान के महत्व के साथ ही इस दिन को 'दीपावली' के रूप में भी मनाया जाता है, जो आत्मा के अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के साथ ही दीप जलाने का रिवाज भी है, जिसे 'दीपदान' कहते हैं। इस दिन के महत्व को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालु विशेष रूप से अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं और पुण्य की प्राप्ति के लिए यह अवसर पाते हैं।

गंगा तटों पर रही कड़ी सुरक्षा  व्यवस्था

मेला क्षेत्र में भारी भीड़ के चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। गंगा तटों पर गोताखोरों को तैनात किया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी गौरांग राठी, पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर, एडीएम विकास सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राज, एसडीएम क्षितिज द्विवेदी, सीओ सिटी सोनम सिंह और गंगाघाट इंस्पेक्टर अनुराग सिंह सहित अन्य अधिकारी मौके पर मेला क्षेत्र का निरीक्षण करते रहे।

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