कासगंज:पुलिस के सामने ही आपस में भिड़े युवा, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
मारपीट में घायल एक युवक के परिजन पहुंचे थाने, पुलिस पर लगाया आरोप
कासगंज, अमृत विचार। शहर के मुख्य बाजार में पुलिस के सामने ही कुछ युवा आपस में भिड़ गए। पूरे मामले से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दोनों ही पक्ष एक दूसरे को पीटते दिखाई दे रहे हैं। घटना के बाद बाराद्वारी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया लेकिन नहीं माने। इधर एक पक्ष थाने पहुंच गया। घटना में घायल एक युवक के परिवार का आरोप है कि रविवार को पूरे दिन घायल को चिकित्सीय परीक्षण के लिए कोतवाली में लिए बैठे रहे, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी और चिकित्सीय परीक्षण भी नहीं कराया। इधर पुलिस ने इस बात की पुष्टि कर ली है कि युवकों में किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी और एक युवक के चोटें आई हैं। उसका चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा।
घटना शनिवार देर शाम की है। शहर के बाराद्वारी पर सहावर गेट निवासी मोनू नाम का युवक गुजर रहा था। वहां राम बारात में खान-पान के ठेले पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया। तभी कई युवाओं ने, जो एक साथ थे, झगड़ा करने लगे और उसकी पिटाई कर दी। यहां शहर के लोग मारपीट का वीडियो बनाते रहे। मारपीट का मामला ज्यादा बढ़ गया तो पुलिसकर्मी घटनास्थल की ओर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। जब रात को ही पीड़ित युवक को लेकर उसके परिजन थाने पहुंचे तो पुलिस ने रविवार सुबह चिकित्सीय परीक्षण कराने की बात कह दी और रविवार को सुबह से ही युवक के परिजन घायल को थाने में लिए बैठे रहे, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी। हालांकि, यह स्पष्ट कर दिया कि घटना हुई है और मामले में जांच चल रही है। पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा।
दबंग है कोतवाली का मुंशी
पीड़ित परिवार के लोगों का आरोप है कि कोतवाली में गोपाल नाम का एक मुंशी मौजूद था। उससे कई बार चिकित्सीय परीक्षण कराए जाने के लिए पत्र लिखने का अनुरोध किया गया, लेकिन उसने एक न सुनी। यहां तक की उपनिरीक्षक नरसिंह यादव ने भी मुंशी को चिकित्सीय परीक्षण करने के लिए चिट्ठी लिखने को कहा, लेकिन उसके बाद भी मुंशी ने चिट्ठी नहीं लिखी। इसको लेकर पीड़ित परिवार में काफी आक्रोश दिखाई दिया है।
जानि क्या बोले नदरई चौकी इंचार्ज
चौकी इंचार्ज नदरई गेट नरसिंह यादव ने बताया कि घटना हुई है, पीड़ित परिवार सुबह से ही थाने में है। एक मामले में न्यायालय में उन्हें जाना था। थाने में तैनात मुंशी को बताकर गया कि मेरे क्षेत्र का मामला है। पीड़ित को मजरूम चिट्ठी दे दी जाए, जिससे कि उसका चिकित्सीय परीक्षण हो जाए। पता करूंगा कि आखिर उसका चिकित्सीय परीक्षण क्यों नहीं कराया गया।