हल्द्वानी: मौत का सबब बना गौला पुल, इलाज में देरी से गई जान

हल्द्वानी: मौत का सबब बना गौला पुल, इलाज में देरी से गई जान

हल्द्वानी, अमृत विचार। गौला पुल शनिवार को एक युवक की मौत की वजह बन गया। बंद पुल की वजह से युवक को नदी से लाया गया। पुलिस ने युवक को बनभूलपुरा की ओर जाने नहीं दिया। कार सवार में जिंदगी और मौत से लड़ रहे युवक को शनि बाजार से ले गए तो क्रॉसिंग बंद हो गई। अस्पताल पहुंचे तो देर हो गई। समय पर इलाज नहीं मिला और युवक की मौत हो गई। युवक ने जहर खाया था। 

उदयपुर रैक्वाल दौलतपुर गौलापार निवासी गिरीश चंद्र शर्मा (33 वर्ष) पुत्र प्रेम बल्लभ शर्मा लालकुआं दुग्ध संघ में बतौर चालक नौकरी करता था। गिरीश के भाई मनोज ने बताया कि शुक्रवार की देर शाम भाई ने जहर खा लिया। उसने ऐसा क्यों किया पता नहीं, लेकिन जब उसकी हालत बिगड़ी तो जहर खाने का पता लगा।

आनन-फानन में परिजनों ने उसे कार में डाला और अस्पताल लेकर निकले। जब जल्दी पहुंचना था तो नदी के कच्चे और जोखिम भरे रास्ते को पार करने में समय लगा। किसी तरह गौला पुल पर बनी निगरानी पुलिस चौकी पहुंचे तो पुलिस ने रास्ता रोक लिया। वह बनभूलपुरा होते हुए सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल जाना चाहते थे। मिन्नतों के बावजूद जब पुलिस कर्मी नहीं माना तो कार मोड़कर शनि बाजार रेलवे क्रॉसिंग पहुंचे।

यहां पहुंचते ही रेलवे फाटक बंद हो गया और कार में पड़े गिरीश की तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी। फाटक खुलते ही उसे बेस अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां गिरीश को देखते ही चिकित्सकों ने डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय ले जाने को कह दिया। आनन-फानन में उसे एसटीएच पहुंचाया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मनोज का कहना है कि अगर गौला पुल खुला होता और समय से उपचार मिल जाता तो शायद गिरीश की जान बच जाती। 

यह भी पढ़ें - हल्द्वानी: नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के पूर्व जीएम निर्भय नारायण सिंह पर शासन की बड़ी कार्रवाई