मुरादाबाद : एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से कलेक्ट्रेट में मचा हड़कंप, DM ने मांगी मामले की रिपोर्ट
एंटी करप्शन टीम की गिरफ्त में आरोपी....जिलाधिकारी अनुज सिंह का फाइल फोटो।
मुरादाबाद। अवैध खनन के मामले में जिला हमेशा सुर्खियों में रहता है। अब कलेक्ट्रेट परिसर में अधिकारियों की नाक के नीचे जिला खान अधिकारी के कार्यालय के आउटसोर्सिंग से तैनात संविदा कर्मचारी को 20,000 रुपये रिश्वत के लेते एंटी करप्शन टीम के द्वारा पकड़े जाने से गुरुवार को कचहरी परिसर में हड़कंप मच गया। सभी एक दूसरे से जानकारी करने में जुट गए। मामले में जानकारी के बाद जिलाधिकारी ने संबंधित कर्मचारी को हटाने के लिए शासन को पत्र लिखने की बात कही है।
कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला खान अधिकारी कार्यालय में संविदा पर तैनात कर्मचारी शाहरुख को रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम के द्वारा गिरफ्तार करने से कलेक्ट्रेट परिसर चर्चा में आ गया। अधिकारी भी भौचक रह गए। शिकायतकर्ता मोहम्मद रफी का आरोप है कि मिट्टी खनन की परमिशन का पत्र स्थानीय स्तर पर जारी करने के नाम पर उससे 3 लाख रुपये की डिमांड की गई थी। जिला खान अधिकारी के कहने पर उनके कार्यालय के लिपिक शाहरुख से मिला जिसने 2 लाख पर में मामला फाइनल कराने की बात कहकर स्वयं के लिए अलग से 20,000 रुपये की मांग की थी। मामले की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। जिसके निर्देश के क्रम में संबंधित कर्मचारी को 20,000 रुपये देने के बाद टीम ने उसे पकड़ लिया। इस कार्रवाई से जिले में खनन विभाग फिर सुर्खियों में आ गया है।
पूर्व में भी चर्चा में रहा है आरोपी कर्मचारी
जिला प्रशासन के सूत्रों की मानें तो संबंधित कर्मचारी पहले भी खनन को लेकर चर्चा में रहा है। वह 7-8 साल से आउटसोर्सिंग से यहां तैनात है। खनन कार्यालय में सेटिंग के खेल में उसका हाथ अक्सर रहने की चर्चा विभाग में है। इस मामले को लेकर एंटी करप्शन की टीम उसे ट्रैप करने में लगी थी। गुरुवार को टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ कर उसके खेल को उजागर कर दिया।
मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी है, शासन को लिख रहे पत्र
जिलाधिकारी अनुज सिंह का कहना है कि जिला खान अधिकारी कार्यालय के जिस कर्मचारी को एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा है वह आउटसोर्सिंग से कंपनी के माध्यम से नियोजित है। वह विभाग का स्थायी कर्मचारी नहीं है। आरोपी कर्मचारी को हटाने के लिए शासन को पत्र लिख रहे हैं। जिला खान अधिकारी और एडीएम वित्त एवं राजस्व से पूरी रिपोर्ट मांगी है। भ्रष्टाचार में जो भी लिप्त होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
ताबड़तोड़ कार्रवाई के बावजूद बाज नहीं आ रहे घूसखोर अफसर
सरकार भले ही भ्रष्ट एवं कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को जबरन सेवा समाप्त करने जैसे कठोर निर्णय लेने को तैयार है लेकिन, सरकार की चेतावनी के बावजूद भी कई महकमों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। एंटी करप्शन की ताबतोड़ कार्रवाई के बाद भी घूसखोर अफसर सरकार की नसीहत को हल्के में ले रहे हैं। सरकार कर्मचारियों को भारी भरकम तनख्वाह दे रही है फिर भी गरीबों का खून चूसने से सरकारी कारिंदे बाज नहीं आ रहे हैं। हाल के दिनों में एंटी करप्शन टीम ताबड़तोड़ कार्रवाई की है।
23 सितंबर को बिलारी थाने में तैनात सिपाही को 15 हजार की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। मुकदमा से नाम हटाने के लिए आरोपी दरोगा के कहने पर 20 हजार की रिश्वत मांग रहा था। इससे पहले ठाकुरद्वारा एसडीएम के स्टेनो सचिन कुमार को 50 हजार की घूस लेते विजलेंस टीम ने रंगे हाथों पकड़ा था। आरोपी गैर कृषि भूमि करने के एवज में किसान से घूस मांगी थी। अब गुरुवार को जिला खनन अधिकारी के बाबू को एंटी करप्शन दबोचा है। एंटी भ्रष्टाचार टीम ने बीते दिनों में तीनों कार्रवाई की है। फिर भी घूसखोर अफसर आदत से बाज नहीं आ रहे है। किसी भी एंटी भ्रष्टाचार एजेंसी का खौफ नहीं है।
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