National Book Fair: बच्चे, युवा और बुजुर्ग तलाश रहे अपना-अपना साहित्य

National Book Fair: बच्चे, युवा और बुजुर्ग तलाश रहे अपना-अपना साहित्य

लखनऊ, अमृत विचार। बलरामपुर गार्डेन में चल रहे 21वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले में साहित्यिक पुस्तकों की भरमार है। साहित्यिक और वैचारिक पुस्तकों में हर उम्र के लोगों की रूचि दिख रही है। पुस्तक मेले के चौथे दिन मौसम खुशनुमा रहा तो पुस्तक प्रेमियों का रेला उमड़ पड़ा।

मेले में आई नई किताबों में राजपाल द्वारा प्रकाशित गरुड़ पुराण, हीरामण्डी और सुशील तंवर की मुखबिर की काफी डिमांड है। राजकमल समूह की किताबों में प्रत्यक्षा की अतर दुनिया में क्या हासिल, देवेश की मेट्रोनामा और संजीव की प्रार्थना जैसी पुस्तकों की चर्चा हो रही है। सेतु प्रकाशन समूह की किताबों में राजू शर्मा की मतिभ्रम, खदीजा मस्तूर की आंगन, प्रेमरंजन अनिमेष की स्त्रीगाथा और थारेय वेसोस के नीलाक्षी सिंह द्वारा अनुवादित बरफ महल नयी किताबें हैं।

book fair

साहित्यिक मंच पर सोमवार की सुबह अगीत परिषद के तत्वावधान में रत्ना बापुली की पुस्तक भारत की महान नारियां का विमोचन प्रो. उषा सिन्हा की अध्यक्षता में हुआ। समारोह में डॉ. योगेश के संचालन में महेंद्र भीष्म, सुल्तान शाकिर हाशमी, आरएन तिवारी और शिवमंगल सिंह मंगल ने विचार व्यक्त किये।

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान की ओर से आयोजित संस्कृत भाषा कवि सम्मेलन में रेखा शुक्ला ने भारत वंदना की। प्रो. रामसुमेर यादव और डॉ. अशोक शतपथी के अलावा लखनऊ विश्वविद्यालय के डॉ. सत्यकेतु ने त्रोटक छंद में सरस्वती को नमन करते हुए अपनी रचनाओं का पाठ किया।

गायत्री परिवार ट्रस्ट के अरुणोदय नेत्र केन्द्र द्वारा अरुण कुमार रस्तोगी की स्मृति में गुरुकुल के विद्यार्थियों के स्वस्ति वाचन और वेदपाठ से प्रारंभ कार्यक्रम में आधुनिक काल में वैदिक ज्ञान की प्रासंगिकता और युवा सशक्तीकरण जैसे विषयों पर चर्चा चली। इसी क्रम में आगे निष्ठा रस्तोगी, गोपाल ओझा और डॉ. एपी शुक्ला इत्यादि ने आध्यात्मिक चर्चा की।

शाम को जन संस्कृति मंच की ओर से भगवान स्वरूप कटियार के नये कविता संग्रह भीड़ के पांव का विमोचन और काव्यपाठ हुआ। कवि व आलोचक चन्द्रेश्वर की अध्यक्षता में अशोक चन्द्र, शैलेश पंडित तथा उषा राय ने संग्रह की कविताओं पर विचार रखे। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में तस्वीर नकवी, विमल किशोर, रेनू शुक्ला, इरा श्रीवास्तव, रोहिणी राज, अशोक वर्मा, अशोक श्रीवास्तव, मधुसूदन मगन आदि ने कविताएं पढ़ीं।

यह भी पढ़ेः केजीएमयू की MBBS स्टूडेंट ने हाथ की काटी नस, जानिये क्या था मामला