शाहजहांपुर: विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का भड़का गुस्सा, किया प्रदर्शन

शाहजहांपुर: विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का भड़का गुस्सा, किया प्रदर्शन

शाहजहांपुर/ तिलहर, अमृत विचार। जमीनों को कब्जा मुक्त कराए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट ने जिला मुख्यालय पर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पंचायत कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर डीएम को संबोधित ज्ञापन एडीएम एफआर डॉ. सुरेश कुमार को सौंपा। वहीं तिलहर में भाकियू भानु गुट ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भी किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और जिला मुख्यालय के लिए कूच कर दिया।  

भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के किसान जिलाध्यक्ष भारत सिंह यादव के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में सोमवार सुबह से ही इकट्ठा होने लगे थे। दोपहर करीब दो बजे भारी संख्या में जुटे किसानों की पंचायत हुई। जिसमें विभिन्न मांगों को रखा गया और प्रशासन को चेताया गया कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया अथवा समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। 

बाद में एडीएम एफआर को विभिन्न समस्याओं को लेकर 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें कहा गया है कि बंडा ब्लॉक के ग्राम पंचायत तिंदुआ नगरिया के दिउहना गांव के लोगों के मकान के आगे बन रही नाली निर्माण को दबंगों ने रोक दिया है, जिससे ग्रामीणों के दरवाजे पर पानी भरा हुआ है। 

ब्लॉक कांट के गांव मथुरापुर में अल्पसंख्यक बंजारा समुदाय के लोगों के दफनाने की जगह पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है, जिसे कब्जा मुक्त कराया जाए। गांव दिउहना के भारत सिंह व उनके परिवार व रिश्तेदारों पर दर्ज मुकदमा समाप्त कराया जाए। इसके अलावा और भी समस्याओं को ज्ञापन में रखा गया है। इस दौरान किसान नेता तरविंदर सिंह मोमी ने कहा कि किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

उधर, तिलहर में किसानों की समस्याओं का निस्तारण नहीं होने पर भारतीय किसान यूनियन भानु के कार्यकर्ताओं ने तहसील मार्ग की एक साइड की सड़क को बंद कर धरनें पर बैठ  गए और नारेबाजी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। भाकियू जिलाध्यक्ष महेंद्रपाल सिंह यादव के नेतृत्व में धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। 

कार्यकर्ता हाईवे जाम न कर दे, इसलिए कोतवाल विशाल प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर और उन्होंने हाईवे के निकट कई जगह पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया। किसान नेता महेंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि निगोही क्षेत्र में तैनात लेखपाल राजीव कुमार लगभग आठ वर्षों से एक ही क्षेत्र में हैं, जो भूमाफियाओं को खुला संरक्षण दे रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं, लेखपाल को क्षेत्र से हटाया जाए। लेखपाल के द्वारा कई जमीनों पर विवाद उत्पन्न करा दिया गया है। 

इस पर एसडीएम जीत सिंह ने लेखपाल राजीव कुमार को तत्काल हटाने तथा नायब तहसीलदार की नेतृत्व में राजस्व टीम गठित कर जमीन के विवाद निपटाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर अधिकारियों से किसान नेताओं की सहमति नहीं बन पाई। जिस कारण किसान नेताओं ने धरना समाप्त नहीं किया और जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव  के नेतृत्व में जिला मुख्यालय कूच कर दिया। इस दौरान आदेश सिंह, संतोष कुमार, राज पाल सिंह, सुरेश मौर्य, जसवीर सिंह, मधुरेश शर्मा, फिरोज खान, अनिरुद्ध राज, राशिराम वर्मा, अवधेश सिंह आदि मौजूद रहे।

आनन-फानन में गठित हुई जांच टीम

भाकियू के धरना प्रदर्शन को देखते हुए निगोही के पतराजपुर में जमीनी विवाद के मामले की जांच को एसडीएम जीत सिंह राय ने नायब तहसीलदार, कानून गो और दो लेखपालों को शामिल कर चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया और वहां टीम को जांच के लिए भेजा। एसडीएम खुद जांच करने पहुंचे। 

बोले, बात नहीं बनी तो डीएम आवास पर देंगे धरना

समस्या का समाधान नहीं होने पर तिलहर से पैदल जिला मुख्यालय के लिए निकले भाकियू कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर रात आठ बजे सुदामा चौराहा के पास पहुंच गए। भाकियू जिलाध्यक्ष महेंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि अभी वह लोग डीएम आवास के लिए पैदल कूच करेंगे, यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो और डीएम आवास के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे।

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