पितृपक्ष और बारिश के चलते कारोबार ठप, अब नवरात्रि का इंतजार, नवंबर से बिखरेगी बाजारों में रौनक

पितृपक्ष और बारिश के चलते कारोबार ठप, अब नवरात्रि का इंतजार, नवंबर से बिखरेगी बाजारों में रौनक

बाराबंकी, अमृत विचारः इन दिनों चल रहे पितृ पक्ष और दो दिनों से हो रही बारिश के चलते कारोबारियों पर काफी असर पड़ा है। देखा जाए तो दुकानों पर सबसे अधिक सन्नाटा पितृपक्ष के चलते हैं। दुकानदारों का कहना है कि पितृ पक्ष के खत्म होने के बाद ही बाजारों की रौनक वापस आएगी। वहीं नवंबर तक फिर से चहल-पहल शुरू होगी। नवरात्रि के दिनों में लोग कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स समेत अन्य सामानों की बुकिंग व खरीददारी शुरु करेंगे। पिछले दस दिनों से बाजार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है।

एक ओर जहां चार-पांच माह से शादी की सहालग नहीं हैं। इसके चलते जिस प्रकार दुकानदारी होने चाहिए वैसी रौनक नहीं दिख रही है। ऊपर से चल रहे पितृ पक्ष के चलते लोग भी कोई नया सामान नहीं खरीद रहे हैं। खानपान की वस्तुओं को छोड़ दिया जाए तो अन्य कोई नए सामानों की बिक्री नहीं हो रही है। फिर वह चाहे ऑटोमोबाइल सेक्टर हो या फिर मार्केटिंग का क्षेत्र हो। बाइक, कपड़े, सौंदर्यी प्रसाधन के साथ अन्य सामानों की बिक्री पर ब्रेक लग गया है। दुकानदार अपने प्रतिष्ठान तो तय समय में खोल और बंद कर रहे हैं लेकिन आमदनी में भारी गिरावट से उनके चेहरे पर पहले जैसी रौनक नहीं हैं। 

कपड़ा प्रतिष्ठान के मालिक नीरज जैन और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान के मालिकों का कहना है कि नवंबर माह से शुरु हो रही शादियों के साथ अन्य मांगलिक कार्यक्रमों के चलते अब लोग पितृपक्ष के बाद नवरात्र के दिनों में बाजार की ओर रुख करेंगे और शादियों के लिए कपड़े, वाहन समेत अन्य जरुरी सामानों की खरीददारी और बुकिंग आदि कराएंगे। इसके बाद दुकानों पर भीड़ दिखेंगी और बाजार में भी रौनक आएगी। उधर दूसरी ओर पिछले दो दिनों से जिले भर में हो रही बारिश के चलते धनोखर, छाया चौराहा, सतरिख नाका समेत कई प्रमुख चौराहों पर रोज दिखने वाली भीड़ गायब है।

नवंबर माह से शुरु होगी सहालग
पंड़ित अभय शास्त्री के अनुसार इस वर्ष के अंतिम दो माह में शादियों के कई मुहूर्त हैं। इनमें नवंबर माह में 12, 13, 16, 17,18, 22, 23, 25, 26, 27, 28 और 29 तारीखों में शादियां हैं। जबकि दिसंबर माह में 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15, 16 तारीखों में विवाह की शुभ मुहुर्त हैं।

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